BeyondHeadlines News Desk
भोपाल: मध्य प्रदेश के सिवनी ज़िले में तीन लोगों के लिंचिंग की कोशिश की एक नई घटना सामने आई है. बताया जा रहा है कि यहां कुछ लोगों ने गोमांस ले जाने की सूचना पर 3 लोगों की बेरहमी से पिटाई की और इन लोगों ने जबरन ‘जय श्रीराम’ के नारे भी लगवाए.
दरअसल, ये घटना 22 मई की है. इस वीडियो को सबसे पहले जिस व्यक्ति ने फ़ेसबुक पर अपलोड किया था, उसकी फ़ेसबुक प्रोफ़ाईल शुभम सिंह हिन्दू के नाम से है. शुभम ने तीन वीडियो अपलोड किए थे. इन वीडियो में एक महिला, एक व्यक्ति और एक युवक की बेरहमी से पिटाई करते हुए दक्षिणपंथी विचारधारा के लोगों को देखा जा सकता है. हालांकि बाद में इस वीडियो को इस फेसबुक अकाउंट से डिलीट कर दिया गया. लेकिन इससे पहले ये वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो चुका है.

शुभम अपने फ़ेसबुक अकाउंट में खुद को ‘श्रीराम सेना’ का अध्यक्ष बताता है, लेकिन स्थानीय लोगों की माने तो इसका संबंध बजरंग दल के साथ है और एक वीडियो में इसे भोपाल की नई सांसद साध्वी प्रज्ञा के बेहद क़रीबी बताया जा रहा है.
शुभम ने फेसबुक पर साध्वी प्रज्ञा के साथ खुद की तस्वीर पोस्ट करते हुए लिखा है —‘वो संसद भी जय भवानी जय सियाराम से गूंज उठेगी, जब प्रज्ञा दीदी वहां क़दम रखेंगी.’
इस मामले को लेकर ऑल इंडिया मजलिस इत्तेहादुल मुस्लिमीन के राष्ट्रीय अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने पहले रचना ढ़ींगरा के ट्वीट को रिट्वीट कर लिखा है — 6 और 9 बजे के राष्ट्रवादी, देखिए पिछले 5 सालों में दिमाग़ को कैसे हैक किया गया है, मुझे यक़ीन है कि यह मोदी मतदाताओं के लिए कट्टरता नहीं है, लेकिन मुसलमानों के लिए एक प्राकृतिक उपचार है, यह मुस्लिम युवकों द्वारा देखा जाएगा, अलगाव और हाशिए पर चले जाएंगे —बहुत ख़ूब हैकर्स

वहीं हेमेन्द्र शर्मा के ट्वीट को रिट्वीट करते हुए ओवैसी ने लिखा है —‘मोदी के वोटरों द्वारा पैदा किए गए निगरानी के समिति के सदस्य इस तरह का व्यवहार मुस्लिमों के साथ करते हैं. न्यू इंडिया में स्वागत है जो समावेशी होगा और जैसाकि पीएम ने कहा है कि धर्मनिरपेक्षता का नक़ाब….’

24 मई को वीडियो वायरल होने के बाद पुलिस ने इसका संज्ञान लिया और दावा किया है कि सभी पांच आरोपियों को अरेस्ट कर लिया गया है. पुलिस ने बताया कि शुभम को फ़रवरी में ही ज़िला बदर कर दिया गया था. उसके ख़िलाफ़ पहले भी गोमांस के शक में पिटाई के मामलों में उसका नाम आ चुका है.
डुंडा सिवनी पुलिस स्टेशन के प्रभारी गणपत उइके ने मीडिया को दिए बयान में बताया कि इस मामले में शुभम बघेल, योगेश उइके, दीपेश नामदेव, रोहित यादव और श्याम देहरिया को गिरफ्तार किया गया है. इन पांचों पर आईपीसी की धारा 143, 148, 149, 341, 294, 323 और 506 और आर्म्स एक्ट की धारा 25 के तहत मामला दर्ज किया गया है.
गौरतलब रहे कि इससे पहले 22 मई को ही गोहत्या रोधी अधिनियम के तहत तौफ़ीक़, अंजुम शमा और दिलीप माल्वीय को गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया था. साथ ही गोमांस को जांच के लिए प्रयोगशाला भेजा गया है.