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झारखंड मॉब लिंचिंग: शायर इमरान प्रतापगढ़ी नहीं दे रहे हैं 5 लाख, मीडिया में आई ख़बर है झूठी

BeyondHeadlines News Desk

नई दिल्ली : फेक न्यूज़ के इस दौर में कई बार झूठी ख़बरें सच्ची ख़बरों पर भारी पड़ती हैं. इसी तरह की बात झारखंड मॉब लिंचिंग में मारे गए तबरेज़ अंसारी की परिजनों के मदद के मामले में भी सामने आई है.

मशहूर नौजवान शायर इमरान प्रतापगढ़ी के नाम पर 5 लाख रूपये का ऐलान हुआ, जबकि ये ख़बर पूरी तरह से झूठी है और इसका खंडन खुद इमरान प्रतापगढ़ी कर रहे हैं. 

बता दें कि 26 जून को इमरान प्रतापगढ़ी रांची में थे और वहां राजभवन के क़रीब आयोजित महाधरना में हिस्सा ले रहे थे. अगले दिन यहां के स्थानीय अख़बारों में प्रमुखता से ये ख़बर प्रकाशित हुई कि ‘तबरेज़ की पत्नी को शायर इमरान प्रतापगढ़ी देंगे पांच लाख’. लेकिन BeyondHeadlines ने जब इस ख़बर की पड़ताल की तो ये ख़बर झूठी निकली.

दैनिक हिन्दुस्तान की प्रकाशित ख़बर

खुद इमरान प्रतापगढ़ी अपने ऑफ़िशियल फेसबुक पेज़ पर बता रहे हैं कि वो तबरेज़ की बेवा को आर्थिक मदद करवाने की कोशिश करेंगे. दिल्‍ली वक़्फ़ बोर्ड के चेयरमैन अमानतउल्लाह खान से उनकी इस संबंध में बात हुई है. उन्होंने वक़्फ़ बोर्ड की तरफ़ से मरहूम तबरेज़ की बेवा को जल्द ही पांच लाख का चेक और बोर्ड की तरफ़ से सरकारी नौकरी देने का वादा किया है.

वक़्फ़ बोर्ड के चेयरमैन अमानतउल्लाह खान ने BeyondHeadlines से बातचीत में बताया कि इस वक़्त वो जमशेदपुर में है और कुछ ही देर में वो तबरेज़ के घर जाकर उनके परिजनों से मुलाक़ात करेंगे और उनकी पत्नी के हाथ में पांच लाख रूपये का चेक देंगे.

दरअसल मामला ये है कि झारखंड मॉब लिंचिंग में मारे गए तबरेज़ की पत्नी शाइस्ता परवीन को दिल्ली वक़्फ़ बोर्ड के चेयरमैन अमानतउल्लाह खान ने दिल्ली वक़्फ़ बोर्ड की तरफ़ से पांच लाख रूपये का आर्थिक मदद करने का ऐलान 26 जून को ही कर दिया था. साथ ही उन्होंने शाइस्ता परवीन को दिल्ली वक़्फ़ बोर्ड में नौकरी की भी पेशकश की है. 

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