BeyondHeadlines News Desk
नई दिल्ली: झारखंड के सरायकेला में तबरेज़ अंसारी की मौत के बाद ऑल इंडिया मजलिस इत्तेहादुल मुस्लिमीन के सरबराह असदुद्दीन ओवैसी ने मीडिया को दिए अपने बयान में ये सवाल खड़ा किया है कि क्या देश में सरकार है या नहीं? क़ानून व्यवस्था है या नहीं? क्या ये मुल्क क़ानून से चलेगा या किसी के आस्था पर चलेगा. या फिर ये तथाकथित रक्षक ग्रुप देश को चलाएगें?
उन्होंने ये भी सवाल किया कि चलिए मान भी लीजिए वो चोर था, लेकिन आपको उसे जान से मारने का अधिकार किसने दिया?
मीडिया से बातचीत में ओवैसी ने कहा कि इस तरह के मॉब लिंचिंग की घटनाएं रूकने वाली नहीं हैं. क्योंकि बीजेपी व आरएसएस से जुड़ी उनकी तमाम संस्थाओं ने हमारे मुल्क में मुसलमानों के ताल्लुक़ से इस तरह से नफ़रत में इज़ाफ़ा कर दिया है कि इनको जो कोई भी नज़र आता है, इनको लगता है कि या तो आतंकवादी है, या फिर ये गाय को मारने के लिए आया है. या ये एंटी नेशनल है. ये संस्थाएं इस तरह का माईंडसेट बनाने में कामयाब हो चुके हैं.
आगे ओवैसी ने कहा, सरकार के लोगों से बार बार हम इस बात को कह रहे हैं कि आप इन लोगों को रोकिए, पर हमेशा जवाब आता है कि नहीं हमें मुसलमानों को डिरैडिकलाईज़ करना है. अरे भाई! इनको डिरैडिकलाईज़ कौन करेगा?
ओवैसी कहते हैं कि 2014-19 तक लगातार मॉब लिंचिंग की घटनाएं हुई. अब फिर शुरू हो गया. अब ये ख़त्म तभी होगा जब सरकार अपनी संविधानिक ड्यूटी को निभाएगी. सरकार संविधानिक ड्यूटी निबाने में नाकाम साबित हो रही है. और ये मुल्क के लिए ठीक नहीं है. हर ऐतबार से इस तरह की घटनाएं मुल्क के लिए नुक़सानदायक हैं.
पीएम मोदी पर निशाना साधते हुए ओवैसी ने कहा कि प्रधानमंत्री आज़ादी की 75वीं सालगिरह मानाने जा रहे हैं. ‘न्यू इंडिया’ बनाने जा रहे हैं. गांधी की 150वीं जयंती मनाने जा रहे हैं. क्या ये सब घटनाओं से हमारा मुल्क ‘न्यू इंडिया’ बनेगा? हमारा ये मुल्क सुपर पावर कैसे बनेगा अगर 14 प्रतिशत मुसलमानों के साथ इस तरह का बरताब करेंगे?
बता दें कि झारखंड के इस इलाक़े में ये कोई पहली घटना नहीं है. इससे पहले भी बच्चा चोरी की अफ़वाह में 11 लोगों की जान जा चुकी है और इनसे अलग 14 लोगों की बेरहमी से पिटाई भी की जा चुकी है. मरने वालों में तबरेज़ का नंबर 12वां है.