BeyondHeadlines News Desk
औरंगाबाद (महाराष्ट्र): 28 साल का इमरान हर दिन की तरह काम करके अपने घर लौट रहा था, तभी क़रीब 10 भगवा गुंडों ने हुडको कॉर्नर के पास उसकी बाइक रोक वाहन की चाबी छीन ली और उससे ”जय श्री राम” बोलने को कहा. नारा नहीं लगाने पर उसके साथ जमकर मारपीट की गई और जबरन उससे ‘जय श्री राम’ का नारा लगवाया गया. तभी उसी रास्ते से गणेश भाऊ नामक शख़्स अपनी पत्नी के साथ गुज़र रहे थे. यही जोड़ा इमरान के लिए फ़रिश्ते साबित हुए. इन्होंने अपनी जान की परवाह किए हमलावरों को डांट-डपट कर वहां से भगा दिया. इस तरह से इमरान की जान बच गई.
ये घटना गुरूवार रात 12 बजे की है, जब इमरान इस्माइल पटेल अपने घर के लिए लौट रहा था. इमरान औरंगाबाद के एक होटल में काम करते हैं और जटवाड़ा रोड परिसर के मुज़फ़्फ़रनगर मुहल्ले में रहते हैं.
इस संबंध में बेगमपुरा पुलिस थाने में आईपीसी की धारा 153-ए और 144 के तहत मामला दर्ज किया गया है. पुलिस निरीक्षक मधुकर सावंत ने बताया कि मामले की जांच जारी है और शिकायत की पुष्टि की जा रही है. जांच पूरी होने के बाद तथ्यों को परखा जाएगा.
बता दें कि अल्पसंख्यक समुदाय के सदस्यों को जबरन “जय श्रीराम” कहने के लिए मजबूर करने की घटनाएं हाल ही में महाराष्ट्र के ठाणे सहित देश के विभिन्न हिस्सों से सामने आई हैं.