प्रज्ञा ठाकुर की जीत को चुनौती, चुनाव जीतने के लिए भ्रष्ट आचरण में लिप्त होने का आरोप

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BeyondHeadlines News Desk

जबलपुर: मध्य प्रदेश हाई कोर्ट में 19 याचिकाएं दायर की गईं हैं, जिसमें ईवीएम की कार्य-प्रणाली को लेकर शंका ज़ाहिर करने के साथ-साथ आम चुनाव में प्रज्ञा ठाकुर समेत कुछ बीजेपी नेताओं की जीत को चुनौती दी गई है.

भोपाल स्थित पत्रकार राकेश दीक्षित ने एक मतदाता के तौर दाख़िल याचिका में प्रज्ञा ठाकुर की जीत पर चुनौती देते हुए आरोप लगाया है कि प्रज्ञा ने जीत के लिए सांप्रदायिक भावनाओं को भड़काया और चुनाव जीतने के लिए वह भ्रष्ट आचरण में लिप्त थीं. 

उन्होंने दावा किया कि लोकसभा चुनाव प्रचार अभियान के दौरान ठाकुर ने धार्मिक आधार पर भाषण देकर जनप्रतिनिधि अधिनियम की धारा —123 का उल्लंघन किया है. 

अन्य मतदाता राज कुमार चौहान ने याचिका दायर कर सीधी से भाजपा सांसद ऋति पाठक की जीत को चुनौती दी है. उन्होंने इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) की कार्यप्रणाली को लेकर संदेह ज़ाहिर किया है.

चौहान के वकील संजय अग्रवाल और अनुज अग्रवाल ने कहा कि हमारे मुवक्किल ने कहा है कि 23 मई को मतगणना की शुरुआत के दिन जब ईवीएम मशीनों को खोला गया तो 99 प्रतिशत ईवीएम की बैट्रियां चार्ज थीं और ऐसा प्रतीत होता है कि मतगणना के दौरान सिर्फ़ एक प्रतिशत ईवीएम की बैट्रियां ही डिस्चार्ज हुई थीं, जो अविश्वसनीय है.

संजय अग्रवाल ने कहा कि कांग्रेस के एजेंट गुलाब सिंह ने इससे पहले चुनाव आयोग में इस बारे में शिकायत की थी लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की गई.

इनके अलावा याचिका दाख़िल करने वालों में 17 कांग्रेसी प्रत्याशी हैं. सभी ने अपनी याचिकाओं में इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाए हैं.

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