Afroz Alam Sahil, BeyondHeadlines
नई दिल्ली : अब नवादा से ‘धर्म के आधार’ पर भीड़ के ज़रिए एक युवक की पिटाई की ख़बर आ रही है. इस संबंध में एक वीडियो सोशल मीडिया पर काफ़ी वायरल हुई है.
ये घटना बिहार के नवादा शहर के गोंदापुर मुहल्ले की है, जहां गुरूवार को तीन बजे के क़रीब 28 साल के जावेद नसीम की पिटाई की गई. जावेद इस वक़्त नवादा के सदर अस्पताल में भर्ती हैं, जहां इनका इलाज चल रहा है. दरअसल, ये वायरल वीडियो इसी अस्पताल में बनी है.
इस वीडियो में जावेद बता रहे हैं, ‘वो अपने घर से जा रहा था कि क़रीब तीन बजे दिन में अचानक दस लड़के मेरी गाड़ी के क़रीब आए और पूछने लगे कि ‘तुम मियां जी है रे?’ मैंने डर से झूठ बोल दिया कि हम मियां जी नहीं हैं. लेकिन फिर भी दो-तीन लड़का बोला कि ये मियां जी है. मार… मार… फिर सब मिलकर इतना मारा कि मेरे अंदर भागने की भी हिम्मत नहीं बची. तीन-चार जगह से सर फट गया. जबकि क़रीब में कई लोग खड़े थे. लेकिन किसी ने मुझे बचाया नहीं.’
वो बताते हैं, ‘मेरा गाड़ी भी तोड़ दिया. और मेरा मोबाईल भी छीन लिया गया है.’ ये पूछने पर कि पहले से कोई लड़ाई थी क्या? इस पर जावेद का कहना है, ‘पहले से किसी से कोई दुश्मनी नहीं थी. उस मुहल्ला में सब मुझे अच्छे से जानते हैं. जिस रास्ते पर ये घटना घटी, उस रास्ते से मैं पिछले चार सालों से आना-जाना कर रहा हूं.’
जावेद के पिता मोहम्मद नसीम अंसारी BeyondHeadlines से बातचीत में बताते हैं कि पुलिस ने एफ़आईआर दर्ज कर ली, लेकिन एफ़आईआर की कॉपी अभी मिली नहीं है. बावजूद इसके प्रशासन अपना काम कर रहा है. उसकी तरफ़ से कोई कोताही नहीं बरती जा रही है. खुद एसपी साहब इस मामले की देख-रेख कर रहे हैं.
हालांकि नसीम ये भी कहते हैं, ‘अपराधी का कोई धर्म नहीं होता. ये शरारती तत्व हैं. इस घटना को साम्प्रदायिक रंग देना ठीक नहीं है. इसे हिन्दू-मुस्लिम कहना ठीक नहीं है. पीटने वालों का अपराधिक रिकॉर्ड है. एक तो हाल के दिनों में ही ज़मानत पर जेल से निकला है.’
इनके मुताबिक़ जावेद वेल्डर है. नवादा की एक दुकान में वेल्डिंग का काम करता है. खाना खाकर दुकान ही जा रहा था कि ये घटना घट गई. चोट थोड़ी गहरी है. सर पर सात टांके लगे हैं. तीन लोगों को जावेद नाम से जानता है और तीनों फिलहाल फ़रार हैं.
