BeyondHeadlines News Desk
नई दिल्ली: एक अध्ययन में पता चला है कि ज़्यादा देर तक बैठकर काम करना दिल के लिए उतना बुरा नहीं है, जितना कि बैठकर टीवी देखना है.
अमेरिका की कोलंबिया यूनिवर्सिटी के शोधकर्ताओं ने अपने रिसर्च में पाया है कि खाली वक़्त में बैठकर टीवी देखने से दिल की बीमारी और मौत का ख़तरा ज़्यादा होता है.
ये रिसर्च पेपर जर्नल ऑफ़ द अमेरिकन हार्ट एसोसिएशन में छपा है. इन रिसर्चर्स ने ये भी पाया है कि हल्की-फुल्की से लेकर फुर्तीली कसरत करने से बैठकर टीवी देखने के हानिकारक प्रभावों को कम या ख़त्म किया जा सकता है.
इस रिसर्च पेपर के एक लेखक कीथ एम डियाज ने मीडिया को दिए अपने बयान में बताया कि हमारे निष्कर्षों के मुताबिक़ जब आप दिल की सेहत की बात करते हैं तो यह अधिक मायने रखता है कि आप ऑफ़िस के बाहर अपना समय कैसे बिताते हैं.
उन्होंने आगे कहा, अगर आप ऐसी नौकरी करते हैं जिसमें लंबे वक़्त तक बैठे रहना पड़ता है तो आप घर पर बैठकर समय बिताने की जगह फुर्तीले व्यायाम के ज़रिए दिल की बीमारी और मौत के जोख़िम को कम कर सकते हैं.
इस रिसर्च में ये पाया गया कि दिल का दौरा, स्ट्रॉक या मौत का कोई भी ख़तरा उन लोगों में नहीं देखा गया जो दिन में चार घंटे या इससे ज़्यादा वक़्त तक टीवी देखते थे और सप्ताह में 150 मिनट या इससे अधिक वक़्त तक व्यायाम करते थे.
बता दें कि इससे पहले ब्राजील की यूनिवर्सिटी फेडरल डो रियो ग्रांड डो सुल के शोधकर्ताओं के एक अध्ययन में ये तथ्य सामने आया था कि ऐसे बच्चे जो टीवी देखते समय स्नैक्स का ज़्यादा सेवन करते हैं, उनके शरीर में मेटाबोलिक सिंड्रोम का ख़तरा ज्यादा देखने को मिलता है. यह ब्लड प्रेशर बढ़ने, हाई ब्लड शुगर, कमर के आसपास चर्बी जमा होने और असामान्य कोलेस्ट्रॉल के ख़तरे का कारक होता है. यह निष्कर्ष 12 से 17 साल की उम्र के 33,900 किशोरों पर किए गए अध्ययन के आधार पर निकाला गया था.
शोधकर्ता बीटिज चान ने साफ़ तौर पर कहा था, ‘ टीवी स्क्रीन पर समय गुज़ारने को सीमित करना ज़रूरी है.’