जामिया मिल्लिया इस्लामिया के तीन अलूमनाई को विश्व के प्रतिष्ठित फ़िल्म पुरुस्कारों में से एक ऑस्कर अवॉर्ड के ज्यूरी मेम्बर के लिए नामित किया गया है. ये तीनों जामिया के ए.जे.के. मॉस कम्यूनिकेशन रिसर्च सेंटर के छात्र रहे हैं. ऑस्कर अवॉर्ड के ज्यूरी सदस्य के लिए चुना जाना जामिया ही नहीं देश के लिए बड़ी उपलब्धी मानी जा रही है.
The Academy of Motion Picture Arts & Sciences (AMPAS) के तहत दिए जाने वाले एकेडमी अवॉर्ड के लिए विश्व के 68 देशों से 800 सदस्य को शामिल किया गया है. इसमें हॉलीवुड और वॉलीवुड के अलावा जामिया के तीन पूर्व छात्र निष्ठा जैन, शर्ली अब्राहम और अमित महादेसिया के नाम शामिल हैं. ये तीनों ‘The Oscars’ के डॉक्यूमेंट्री सेक्शन में ज्यूरी की भूमिका निभाएंगे.
निष्ठा जैन की कामयाबी का सफ़र
अब तक 25 राष्ट्रीय और अंतर राष्ट्रीय पुरूष्कार हालिस कर चुकी निष्ठा ने अपनी पारा स्नातक की शिक्षा जामिया से हासिल की. इन्हें सामाजिक विषय पर आधारित साल 2012 में बनने वाली डॉक्यूमेंट्री फिल्म ‘गुलाबी गैंग’ के लिए राष्ट्रीय पुरूष्कार से भी नवाज़ा जा चुका है. इनके फिल्मी सफ़र में सीटी ऑफ़ फोटोज़, लक्ष्मी एन्ड मी, ऐट माई डोर स्टेप जैसी फ़िल्मों के नाम शामिल हैं. इन्होंने साल 2019 में अपनी पहली फीचर फ़िल्म ‘प्रूफ’ का निर्माण पूरा किया है. AJK MCRC के बाद निष्ठा ने FTII में भी दाख़िला लिया था.
शर्ली और अमित की उड़ान
साल 2006 में जामिया से कोर्स पूरा करने के बाद शर्ली अब्राहम और अमित महादेसिया ने एक साथ अंतरराष्ट्रीय फ़िल्म प्रोजेक्ट पर काम शुरू किया. इनकी डॉक्यूमेंट्री सिनेमा ट्रेवलर्स कई अंतरराष्ट्रीय फिल्म समारोह का हिस्सा रही हैं जिसके लिए इनके पास 19 अवॉर्ड की एक लम्बी लिस्ट है. शर्ली और अमित के काम की सराहना और सहयोग कई संगठन कर चुके हैं.
ए.जे.के. एमसीआरसी की पहचान
जामिया का ए.जे.के. मॉस कम्यूनिकेशन रिसर्च सेंटर देश और देश के बाहर फ़िल्म और पत्रकारिता की पढ़ाई के लिए जाना माना नाम है. हिंदी फिल्म इंडस्ट्री के अलावा मीडिया जगत में यहां के अलूम्याई की एक बड़ी तादाद मौजूद है. 1982 में स्थापित ये संस्थान अपने आधारभूत संरचना, बेहतरीन पढ़ाई और उच्चतम सक्सेस रिकॉर्ड के लिए प्रसिद्ध है.
