क्या ‘केजरी बम’ से फटेगा ‘फेकू गुब्बारा’?

Beyond Headlines
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आम आदमी पार्टी नेता अरविंद केजरीवाल को उत्तर गुजरात के राधनपुर इलाक़े में हिरासत में ले लिया गया है.

Afroz Alam Sahil for BeyondHeadlines

अरविंद केजरीवाल के तीन दिन के गुजरात दौरे का यह पहला दिन था. गुजरात जाने से पहले अरविंद केजरीवाल ने नरेंद्र मोदी के विकास के दावों की पोल खोलने की चेतावनी दी थी.

इस अप्रत्याशित घटनाक्रम की पृष्ठभूमि वो सवाल है जो इस समय भारतीय मीडिया के न्यूज़रूमों और चौपालों पर चर्चा का विषय बना हुआ है. सवाल है कि क्या केजरी बम से फटेगा फेकू गुब्बारा?

अरविंद केजरीवाल की कानपुर रैली के दौरान आम आदमी पार्टी नेता संजय सिंह और मनीष सिसौदिया ने कहा था कि केजरीवाल को नरेंद्र मोदी के ख़िलाफ़ चुनाव लड़ना चाहिए. और अब गुजरात पहुंचे केजरीवाल ने भी कहा है कि वे मोदी का टिकट घोषित होने का इंतज़ार कर रहे हैं. इससे केजरीवाल के नरेंद्र मोदी के ख़िलाफ़ चुनाव लड़ने के स्पष्ट संकेत मिल रहे हैं.

आम आमदी पार्टी से जुड़े सूत्रों ने BeyondHeadlines को बताया है कि केजरीवाल नरेंद्र मोदी के ख़िलाफ़ चुनाव लड़ेंगे.

दिल्ली की मुख्यमंत्री शीला दीक्षित को चुनौती देकर उनके घर में ही पछाड़ने का कारनामा कर दिखाने वाले केजरीवाल के लिए मोदी की चुनौती मुश्किल ज़रूर होगी लेकिन असंभव नहीं.

घोटालों का पर्दाफ़ाश करना, सच सामने लाना और बेहद सरल वाक्यों में जनहित की बातें करना केजरीवाल का सबसे बड़ा हथियार हैं. अरविंद केजरीवाल जहाँ सीधे जनता से जुड़े हुए हैं. सरल व्यक्तित्व रखते हैं और पैदल चलते हैं वहीं नरेंद्र मोदी अंबानी-अदानी के हेलीकॉप्टरों में उड़ रहे हैं. नरेंद्र मोदी के पास हिंदुत्व की शक्ति है, कॉर्पोरेट का धनबल हैं और साथ में मीडिया का मायाजाल भी हैं. केजरीवाल के पास इन सबने में से कुछ भी नहीं हैं लेकिन जोशीले युवाओं की एक टीम ज़रूर है जो सच का सामने लाने और झूठ को उसकी औक़ात दिखाने की कुव्वत और हौसला दोनों रखती हैं.

ऐसे में बहुत संभावना है कि केजरीवाल ने दिल्ली में जो किया है उसे वो लोकसभा में भी दोहरा दें. लेकिन यह सब इस पर ही निर्भर करेगा कि इस बार फेकू गुब्बारा फोड़ने के लिए केजरी बम में क्या होता है?

आने वाले दो दिनों में यदि अरविंद केजरीवाल गुजरात के विकास के दावों की पोल खोल पाते हैं तो ये लड़ाई और भी दिलचस्प हो जाएगी. इस बीच भारतीय जनता पार्टी अपना रटा रटाया कथन दोहरा सकती है कि केजरीवाल कांग्रेस की बी टीम हैं!

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