Afroz Alam Sahil for BeyondHeadlines
मुज़फ्फरनगर, हैदराबाद, अहमदाबाद, बीजापूर के बाद अब साम्प्रदायिक तनाव की आग पुणे पहुंच गई है. मुज़फ्फरनगर में जहां वजह एक लड़की को छेड़ना बताया गया था (हालांकि यह वजह था नहीं). हैदराबाद में एक धार्मिक झंडे को लेकर तनाव हुआ तो अहमदाबाद में कार की टक्कर साम्प्रदायिक तनाव का कारण बनी तो वहीं बीजापूर में नरेन्द्र मोदी के जीत के जश्न के रूप में निकाले गए जुलूस में गुलाल फेंकन को लेकर तनाव हुआ. लेकिन इस बार साम्प्रदायिक तनाव की आग वर्चुअल दुनिया से शुरू होकर हक़ीकी दुनिया में पहुंच गई है.
पुणे पुलिस के मुताबिक शनिवार रात 9 बजे छत्रपति शिवा जी महाराज, शिव सेना प्रमुख स्वर्गीय बाला साहब ठाकरे की तस्वीरों के साथ छेड़छाड़ कर फेसबुक पेज़ पर पोस्ट की गई. यह तस्वीर आपत्तिजनक थे, इसलिए शिव सैनिक गुस्से में सड़कों पर उतर आएं और कई बसों पर पथराव व तोड़-फोड़ की गई.
शिव सैनिकों का गुस्सा पिंपरी चिंचवाड़, कटराज, हदपसर, भोसारी व फरास खाना इलाकों में अधिक रहा. यहां के स्थानीय पत्रकारों से बातचीत में हमें मालूम चला कि कई लोगों को गंभीर चोटें भी आई हैं. कई बसों में खासतौर पर अल्पसंख्यकों को निशाना बनाया गया. वो यह भी बताते हैं कि गांवों में स्थिति अभी भी तनावपूर्ण है, जबकि पुणे शहर में स्थिति फिलहाल नियंत्रण में है.
BeyondHeadlines ने पुणे पुलिस कंट्रोल रूम से भी सम्पर्क कर इस खबर की पुष्टि की. अडिश्नल कमिश्नर ऑफ पुलिस चंद्रशेखर दैथंकर के मुताबिक कोथरूड पुलिस स्टेशन में अज्ञात लोगों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया गया है, और इसकी जांच शुरू कर दी गई है. उन्होंने बताया कि ऐसी हरकत करने वाले किसी भी हाल में बक्शें नहीं जाएंगे.
उन्होंने यह भी कहा कि फेसबुक पेज़ और वेबसाईट से यह तस्वीरें हटा ली गई है. उन्हें ब्लॉक कर दिया गया है. साथ ही पुणे पुलिस ने इस संबंध में भारत सरकार के आईटी विभाग को भी यह सूचना दे दी है और आपत्तिजनक तस्वीरें अगले 24 घंटों के भीतर हर हाल में हटा लिया जाएगा.
इतना ही नहीं, पुलिस ने गुगल से भी इस संबंध में बात की है. उन्होंने लोगों से यह अपील किया कि आप किसी तरह के अफवाहों को न फैलाएं और न ही किसी अफवाह पर यकीन करें.
हालांकि फेसबुक पेज़ से शुरू हुए इस विवाद के बाद इसकी चर्चा फेसबुक व ट्विटर के माध्यम से अब पूरे देश में फैलाई जा रही है. जिस तरह से बगैर जांच-पड़ताल के सोशल मीडिया पर पोस्ट डाले जा रहे हैं, उससे शहर के हालात और भी बिगड़ सकता है.
ऐसे में BeyondHeadlines के पाठकों से अपील है कि ऐसे किसी भी पोस्ट पर बगैर जांच-पड़ताल के यकीन न करें. इस पर कमेंट या लाईक करने से भी बचने की कोशिश करें.