जानिए! क्यों हो रहा है तमिल फिल्म ‘कथ्थी’ का विरोध?

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Siraj Mahi for BeyondHeadlines

तमिल फिल्म ‘कथ्थी’ (Kaththi {English: The Knife}) इन दिनों काफी चर्चे में है. यह फिल्म दिवाली के दिन रिलीज़ होने वाली है. लेकिन तमिलनाडू के एक्टिविस्ट इस फिल्म रिलीज़ के खिलाफ हैं.

यही वजह है कि 20 अक्टूबर की रात इस फिल्म के एडवांस बुकिंग के दौरान चेन्नई के दो प्रमुख सिनेमा थिएटरों में अज्ञात लोगों ने तोड़फोड़ की. देर रात लोगों ने सत्यम थियटर और वूडलैंड्स थियटर पर पथराव किया, जिससे थियटरों में लगे कांच सहित अन्य संपत्ति क्षतिग्रस्त हो गई. चेन्नई पुलिस ने गुरुवार को यहां के दो थियेटरों में तोड़फोड़ और पेट्रोल बम फेंकने के आरोप में स्थानीय राजनीतिक पार्टी टीपीडीके के 5 मेंबरों को गिरफ्तार भी किया है. इस फिल्म के डायरेक्टर ए.आर. मुर्गदास हैं.

क्यों और क्या है विवाद?

दरअसल, यह फिल्म श्रीलंकाई प्रोडक्शन ‘लाईका’ ने बनाई है. लाईका श्रीलंका की एक बड़ी कारपोरेट कम्पनी है. तमिल लोगों का यह मानना है कि अगर यह फिल्म हिट हो गई तो लगभग 500 करोड़ का मुनाफा लाईका को होगा. और यह पैसा श्रीलंका जायेगा, जिससे श्रीलंका में तमिल लोगों के साथ शोषण किया जायेगा.

इसलिए लगभग 20 से अधिक संगठन इस फिल्म के रिलीज़ होने का विरोध कर रहे हैं. इस विरोध में इनके साथ कई राजनीतिक दल भी हैं. इन लोगों का कहना है कि फिल्म में क्या है, इससे इन्हें कोई मतलब नहीं है. क्योंकि यह फिल्म लाईका के बैनर के नीचे रिलीज़ हो रही है इसलिए हमें अपत्ति है. अगर यह फिल्म तमिलनाडू के किसी भी थियटर में रिलीज़ हुई तो हम थियटर को जला देंगे.

तमिलनाडू के ‘परभाकरण’ एक्टिविस्ट कहते हैं कि हमें अप्रत्यक्ष रूप से श्रीलंका को पैसा नहीं देना चाहिए. श्रीलंका के लोग इसी पैसे का प्रयोग करके तमिलों को नुक़सान पहुंचाएंगे.

सामाजिक कार्यकर्ता अनवर का कहना है कि ‘श्रीलंका और तमिलनाडू के लोगों के बीच अक्सर तनाव की स्थिति बनी रहती है. ‘एलटीटीई’ श्रीलंका को तमिलनाडू का ही एक भाग मानती है, इसलिए श्रीलंका में तमिलनाडु के लोगों के लिए एक जगह (तमिल ईलम) की मांग करती है. लेकिन श्रीलंका के लोग कहते हैं कि यह मेरा देश है. यहां तमिलों का क्या काम है. इसलिए श्रीलंका में अक्सर दंगे, तो कहीं हत्याएं हो जाती हैं. कुछ श्रीलंकाई मानवतावश तमिलों के साथ सहानुभूति रखते हैं, लेकिन ज्यादातर लोग जिनमें आर्मी के लोग भी हैं तमिलों के साथ भेदभाव करते हैं.’

अनवर आगे बताते हैं कि कई ‘श्रीलंकाई तमिल’ तमिलनाडु में रहते हैं, जो श्रीलंका द्वारा शोषण के शिकार हुए हैं तथा वहां से भगा दिए गए हैं. उन लोगों के लिए तमिलनाडू में कार्यरत संगठन उनके रहने की जगह और खाने का बन्दोबस्त करते हैं. इन्ही विवादों के चलते तमिलों का कहना है कि अब हम अपने भाईयों के प्रति शोषण होने के लिए और पैसा नहीं दे सकते हैं.

स्पष्ट रहे कि इन्हीं विवादों के चलते नरेन्द्र मोदी के शपथ ग्रहण समारोह में महिन्दा राजपक्षे को न्योता दिए जाने पर तमिलों ने आपत्ति जताई थी और जगह-जगह धरना भी दिया था.

 फिल्म के डायरेक्टर व एक्टर पहले भी रहे हैं विवादों में

कथ्थी फिल्म के नायाक विजय पहले भी विवादों में रहे हैं. ऐसा माना जा रहा है कि विजय आने वाले दिनों के सुपरस्टार हैं. इनकी अक्सर फिल्में हिट जाती हैं. इनकी फिल्म ‘तुपाकी’ में यह दिखाया गया था कि एक खास समुदाय के लोग वैसे तो आम जि़न्दगी व्यतीत करते हैं, लेकिन उसके लीडर का फोन आते ही वह मानव बम में बदल जाता है. वह कहीं भी और कभी भी अपनी जान देने के लिए तैयार हो जाता है.

इस फिल्म को लेकर तमिलनाडू के मुस्लिम संगठनों ने आपत्ति जताई थी. और इसी के चलते तुपाकी के डायरेक्टर ए.आर. मुर्गदास को फिल्म से आपत्तिजनक सीन को हटाना पड़ा था.

फिल्म रिलीज की तैयारियां पूरी, रिमेक में आमिर कर सकते हैं काम

इन सब बीच पूरे देश में इस फिल्म के रिलीज़ की तैयारियां पूरी हो चुकी हैं. दिल्ली के भी कई सिनेमा घरों में भी इसे रिलीज़ किया जा रहा है. यह फिल्म आज यानी 22 को रिलीज़ हो रही है.

उधर कुछ दिनों पहले ही आमिर खान ने ‘कथ्थी’ की हिंदी रीमेक में काम करने के संकेत दे दिए हैं. अगर फिल्म आमिर को पसंद आई तो वो अपने होम प्रोडक्शन आमिर खान प्रोडक्शंस तले इस फिल्म को बनाएंगे.

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