आसाराम की बेटी ने करवाया गवाह अखिल की हत्या!

Beyond Headlines
12 Min Read

BeyondHeadlines News Desk

आसाराम बापू मामले के गवाह अखिल कुमार गुप्ता की हत्या में उनके पिता नरेश गुप्ता को आसाराम की बेटी भारती पर शक़ है.

श्री नरेश ने आज आईपीएस अफसर अमिताभ ठाकुर को फोन कर विस्तार से बताया कि उनके लड़के का केस किसी रंजिश का परिणाम नहीं है और यह हत्या 05 जनवरी 2015 को गुजरात हाई कोर्ट द्वारा आसाराम की जमानत याचिका ख़ारिज होने से सीधा जुड़ा है.

नरेश ने कहा कि आसाराम के परिवार में उनके अरबों की संपत्ति के लिए आपसी झगड़े की स्थिति है और उनकी बेटी भारती, जो जेल से बाहर हैं, द्वारा यह कांड कराये जाने की सम्भावना से इंकार नहीं किया जा सकता.

नरेश ने भारती की साथियों रेखा, महक और ड्राईवर शीतल का नाम लेते हुए इन लोगों पर अपनी शंका व्यक्त की.

नरेश ने स्थानीय पुलिस के तफ्तीश पर गहरा असंतोष व्यक्त किया और साथ ही उन लोगों की सुरक्षा में भारी लापरवाही का भी आरोप लगाया.

ठाकुर ने यूपी के प्रमुख सचिव गृह और डीजीपी को इन तथ्यों से अवगत कराते हुए इन लोगों की पूर्ण सुरक्षा सुनिश्चित कराये जाने का निवेदन किया क्योंकि मृतक अखिल की पत्नी वर्षा भी इस मामले में गवाह हैं. उन्होंने मृतक के पिता द्वारा बताये गए तथ्यों का संज्ञान लेते हुए सही तफ्तीश कराये जाने का अनुरोध किया और स्थानीय पुलिस को दिक्कत होने पर यह तफ्तीश सीबीआई या किसी स्पेशियेलाईज एजेंसी से कराने का सुझाव दिया.

अमिताभ ठाकुर द्वारा लिखे गए पत्र को आप यहां पढ़ सकते हैं….

सेवा में,
पुलिस महानिदेशक,
उत्तर प्रदेश,
लखनऊ

विषय- आसाराम बापू मामले के गवाह श्री अखिल कुमार गुप्ता की हत्या विषयक

महोदय,

      कृपया निवेदन है कि मैंने अपने पत्र संख्या-AT/Complaint/52 दिनांक- 13/01/2015 द्वारा आसाराम बापू मामले के गवाह श्री अखिल कुमार गुप्ता की हत्या के विषय में मृतक के चचेरे भाई और इस मामले में वादी श्री आशीष गुप्ता के फोन नंबर X पर बात कर कतिपय तथ्य ज्ञात कर श्री आलोक शर्मा, आईजी मेरठ ज़ोन को  निवेदन किया था कि इस मामले में लूट तथा स्थानीय/ व्यक्तिगत रंजिश में हत्या होने की बहुत ही कम सम्भावना दिखती है और यह हत्या काफी हद तक श्री आसाराम बापू कांड में श्री अखिल की गवाही से जुडी दिख पड़ती है और प्रथमद्रष्टया उस दिशा में गंभीरता से तफ्तीश करना उचित जान पड़ता है. मैंने कहा था कि इस मामले में श्री अखिल का पूरा परिवार बहुत अधिक डरा-सहमा दिख रहा है, अतः उसकी ओर से कोई तथ्य जानने के लिए उसे पहले काफी हिम्मत दिलानी होगी और पुलिस को उसका पूरा विश्वास जीतना होगा, मैंने इनकी सुरक्षा के लिए सभी आवश्यक पुलिस प्रबंध करने का भी अनुरोध किया था.

कल दिनांक 29/01/2015 को मेरे मोबाइल नंबर 094155-34526 पर मोबाइल नंबर X  से समय 04.58 बजे एक फोन आया जिन्होंने बताया कि वे आसाराम मामले के गवाह श्री अखिल के पिता श्री नरेश गुप्ता बोल रहे हैं. मैं उस समय व्यस्त था और मैंने उनसे कहा कि मैं बाद में बात कर लूँगा. आज सुबह मैंने अपने ईमेल amitabhthakurlko@gmail.com पर X की ओर से दो ईमेल समय 17:33 दिनांक 29/01/2015 (विषय- Mujhe nyay dilvaiye- मुझे न्याय चाहिए) तथा समय 13:39 दिनांक 30/01/2015 (विषय- Complaint शिकायत) देखा. दोनों ईमेल श्री अखिल की पत्नी सुश्री वर्षा की ओर से थे जिनके साथ एक फाइल अटैच थी जिसे उन्होंने मा० राष्ट्रपति, मा० प्रधानमंत्री, मा० मुख्यमंत्री को संबोधित कर उनके द्वारा अपने पति की दिनांक 11/01/2015 को हुई हत्या के मामले सीबीआई जांच कराये जाने और अपने परिवार को सुरक्षा दिए जाने का अनुरोध किया था. (पत्र की प्रति संलग्न)

यह मेल देखते ही मैंने श्री नरेश गुप्ता का फोन मिलाया पर वह स्विच ऑफ था जिसके बाद मैंने उनके भतीजे श्री आशीष गुप्ता को फोन कर श्री अखिल के पिता को मुझसे संपर्क करने का अनुरोध किया. इसके कुछ ही देर बाद श्री नरेश गुप्ता का कल वाले नंबर से ही समय3.16 बजे फोन आ गया जिसपर 22.48 मिनट की लम्बी बात हुई.

श्री नरेश गुप्ता ने कई सारी महत्वपूर्ण बातें बतायीं-

  1. यह केस किसी रंजिश का परिणाम नहीं है
  2. मृतक श्री अखिल बहुत सीधा लड़का था
  3. श्री आसाराम मामले में गुजरात एसआईटी उसे लेकर अहमदाबाद गयी थी जहां उसने पुलिस को सारी बातें सच-सच बतायी थी
  4. 05/01/2015 को मा० गुजरात हाई कोर्ट में श्री आसाराम की जमानत याचिका ख़ारिज होने के बाद ही यह घटना 11/01/2015 को घटी है और इस हत्या का श्री आसाराम की जमानत याचिका के ख़ारिज होने से सीधा सम्बन्ध है क्योंकि समाचारपत्रों के अनुसार जमानत याचिका के ख़ारिज होने का एक मुख्य उनके पुत्र श्री अखिल सहित गवाहों द्वारा दिए गए बयान थे
  5. श्री आसाराम के परिवार में उनके अरबों की संपत्ति के लिए आपसी झगड़े की बात भी उनकी जानकारी में आई है
  6. श्री आसाराम की बेटी सुश्री भारती जेल से बाहर हैं, वे बहुत तेज दिमाग की हैं
  7. उनके साथ सुश्री रेखा नाम की एक लड़की हमेशा रहती हैं जो श्री आसाराम के साथ सत्संग में भी रहा करती थीं
  8. सुश्री भारती के अन्य साथियों में उनकी ड्राईवर सुश्री शीतल और एक मित्र सुश्री महक हैं
  9. उनको इस बात की आशंका है कि श्री आसाराम के अन्दर रहने पर श्री अखिल की हत्या होने पर इसमें श्री आसाराम पर शंका जाने और उनके फंसने की स्थिति में सुश्री भारती को सीधा फायदा मिलेगा
  10. उन्हें इस बात की भी आशंका है कि सुश्री भारती द्वारा उपरोक्त कारणों से संपत्ति के लालच में ऐसा कांड कराया जा सकता है
  11. श्री अखिल के पिता ने मुझे सुश्री शीतल और सुश्री महक का फोन नंबर भी दिया जो उन्होंने अपने सूत्रों से ज्ञात किया था और जो क्रमशः X और Xबताया गया

उपरोक्त तथ्यों के आधार पर श्री नरेश गुप्ता ने इस हत्याकांड में सुश्री भारती की भूमिका की छानबीन किये जाने की भी बात कही. यह भी कहा कि चाहे वह सुश्री भारती हों या कोई अन्य, पर हत्याकांड निश्चित रूप से श्री आसाराम प्रकरण के इर्द-गिर्द ही घूमता है. साथ ही उन्होंने स्थानीय पुलिस पर लापरवाही का भी स्पष्ट आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि पुलिस अहमदाबाद गयी थी पर क्या हुआ, उन्हें कुछ भी नहीं बताया जा रहा है, उन्हें यह भी ज्ञात नहीं हो रहा है कि क्या तफ्तीश चल रही है. उन्होंने आशंका जाहिर की कि मामले में लीपापोती हो रही है और उन्हें कोई पुलिस वाला कुछ नहीं बता रहा है.

उन्होंने कहा कि यह बहुत ही प्लांड मर्डर था जिसमे उनके लड़के को फॉलो किया जा रहा था और 312 बोर की स्पेशल गोली से उन्हें मारा गया जो मुज़फ्फरनगर में मिलता भी नहीं है.

श्री नरेश ने कहा कि उनके पूरे परिवार पर बहुत खतरा बना हुआ है और वे लोग बहुत अधिक डरे हुए हैं. उन्होंने कहा कि श्री आसाराम इतनी बड़ी हस्ती हैं, हम उनके सामने धुल के समान भी नहीं हैं. उन्होंने कहा कि इतने खतरे के बाद भी उन्हें सही ढंग से सुरक्षा नहीं मिली है. रात में 09 बजे के बाद पुलिस वाले आते हैं जो सुबह 06-06.30 बजे चले जाते हैं. पुनः दिन में 11.30 बजे के आसपास पुलिसवाले आते हैं जो 03-03.30 बजे चले जाते हैं. कल दिनांक29/01/2015 को तो रात 10.45 पर पुलिसवाले आये थे.

उन्होंने मुझे बताया कि उनके कई साथियों ने उन्हें सलाह दी थी कि वे मुझसे बात करें और मैं उनकी मदद करूँगा. मैंने श्री नरेश गुप्ता को पूरी हिम्मत से काम लेने और जम कर इस स्थिति का मुकाबला करने की बात कही. मैंने उन्हें यह भी कहा कि वे कदापि चुप न बैठें और अपनी पूरी बात सभी पुलिसवालों को कहें, चाहे उन्हें जिनपर शक है वे कितने भी बड़े आदमी क्यों न हों. मैंने कहा कि वे सामने आयें और मैंने उनसे हर स्थिति में उनका साथ देने की बात कही.

यद्यपि पहले श्री नरेश गुप्ता काफी डरे हुए थे पर मेरी बातें सुन कर उनमे हिम्मत आई दिखी और उन्होंने कहा कि अब वे खुल कर सभी लोगों का नाम लेंगे, जिनपर उन्हें इस हत्या की आशंका है. उन्होंने कहा कि यदि स्थानीय पुलिस से न्याय नहीं मिलता है तो वे सीबीआई जांच की मांग करेंगे.

मैं ये सारे तथ्य विस्तार से आपके समक्ष प्रकट करते हुए निम्न निवेदन करता हूँ-

  1. मृतक श्री अखिल गुप्ता के परिवारवालों की सुरक्षा में जो कथित लापरवाही हो रही है अथवा एक लम्बे समय तक उन्हें बिना पुलिस सुरक्षा से अलग रखे जाने की बातें कही जा रही हैं, कृपया उन्हें तत्काल दिखवाते हुए आवश्यक कार्यवाही कराने की कृपा करें क्योंकि जिस प्रकार की स्थितियां बतायी गयी हैं और जिस प्रकार श्री अखिल की पत्नी सुश्री वर्षा स्वयं भी श्री आसाराम मामले में गवाह हैं उसमे भविष्य में किसी भी बड़ी घटना की प्रबल आशंका से इनकार नहीं किया जा सकता है और यह निश्चित रूप से बहुत दुर्भाग्यपूर्ण होगा
  2. स्थानीय पुलिस को श्री अखिल के पिता श्री नरेश से संपर्क कर उपरोक्त वर्णित तथ्यों सहित अन्य समस्त तथ्य प्राप्त करने और इन तथ्यों को भी अपनी विवेचना में सम्मिलित करते हुए गुण दोष के आधार पर विवेचना किये जाने के निर्देश देने की कृपा करें
  3. यदि ऐसा प्रतीत होता है कि इस हत्या की तफ्तीश के लिए किसी स्पेशियेलाईज एजेंसी की आवश्यकता है तो तदनुसार यह हत्याकांड उस स्पेशियेलाईज एजेंसी या आवश्यक समझे जाने पर सीबीआई को सौंपे जाने पर विचार करने की कृपा करें.

पत्र संख्या-AT/Complaint/52                                                                               भवदीय,
दिनांक- 30/01/2015
(अमिताभ ठाकुर)
5/426, विराम खंड,
गोमती नगर, लखनऊ

Share This Article