BeyondHeadlines News Desk
ये दिल्ली विधानसभा चुनावों का बेहद ही दिलचस्प पहलू था. दिल्ली के इस चुनावी समर में कुछ ऐसे भी उम्मीदवार थे, जो आज तक एक भी चुनाव नहीं हारे थे. इनके नाम पांच चुनावों में लगातार जीत का रिकार्ड कायम था. और उन्हें यक़ीन था कि वो छठी बार ज़रूर जीतेंगे. पर नतीजे बता रहे हैं कि उनका भ्रम टूट गया. वो आम आदमी पार्टी की लहर में चुनाव हार चुके हैं.
जी हां! दिल्ली विधानसभा चुनावों के कुल 673 प्रत्याशियों में से 5 ऐसे प्रत्याशी थे, जिनके नाम लगातार 5 बार दिल्ली का विधानसभा चुनाव जीतने का रिकार्ड दर्ज था, और वो छठी बार राजनीति का क़िला भेदने की तैयारी में थे. ये नेता 1993 के पहले विधानसभा चुनाव के बाद से अब तक लगातार चुनाव जीतते आए थे. पर इस बार चुनाव हार चुके हैं.
वो पांच नेताओं के नाम यह हैं-
- बल्लीमारान से पांच बार जीतने वाले हारून यूसूफ चुनाव हार गए हैं.
- चौधरी मतीन भी चुनाव हार चुके हैं. वो भी सीलमपुर से पांच बार चुनाव जीते थे.
- शोएब इक़बाल भी चुनाव हार चुके हैं. विभिन्न पार्टियों में रहने के बाद अब वो छठी बार कांग्रेस के टिकट से किस्मत आजमा रहे थे. और हर बार जीत दर्ज कर रहे थे.
- जनकपुरी से भाजपा प्रत्याशी जगदीश मुखी चुनाव हार चुके हैं.
- साहिब सिंह चौहान भी चुनाव हार चुके हैं. दो बार वो यमुना विहार से चुनाव जीतते रहे. 2008 से घोंडा विधानसभा क्षेत्र से चुनावी दंगल में वे कामयाब होते रहे हैं.