BeyondHeadlines News Desk
उत्तर प्रदेश के ज़िला शामली में रियाज नामक युवक की बजरंगदल के गुंडों द्वारा पुलिस की मौजूदगी में दो घंटे तक पूरे शहर में घुमा-घुमाकर बेल्ट, लात-घूंसों से पीटने का मामला अब काफी तूल पकड़ चुका है. इस मामले को लेकर अब आरएसएस की संस्थाएं व जमियत उलेमा-ए-हिंद आमने-सामने हैं.
जहां एक तरफ आरएसएस, बीजेपी, विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल रियाज के ख़िलाफ़ आंदोलन शुरू कर दी है. तो वहीं दूसरी तरफ जमियत उलेमा-ए-हिंद ने रियाज के ख़िलाफ़ सभी मामले वापस लेने और बजरंग के आरोपी को गिरफ्तार करने की मांग के लिए अपना प्रदर्शन शुरू कर दिया है.
जमीयत उलेमा हिंद का कहना है –‘रियाज बेगुनाह है और बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने उसे पुलिस की मौजूदगी में पीटा है. बजरंग दल के इन गुंडो पर सख़्त कार्रवाई होनी चाहिए’
दरअसल, मुस्लिम युवक रियाज (42) शामली के बनत का रहने वाला है. उस पर चोरी और पशु क्रूरता अधिनियम के तहत मामला दर्ज कर गिरफ्तार कर लिया गया है. दूसरी तरफ बजरंग दल के जिला संयोजक विवेक प्रमी समेत 6 कार्यकर्ताओं पर भी मामला दर्ज किया गया है.
आदर्श मंडी पुलिस स्टेशन में दर्ज एफआईआर के मुताबिक बजरंग दल के कार्यकर्ता अनुज बंसल ने रियाज को अपने बछड़ा पालन केन्द्र से बछड़ा चोरी करते पकड़ा. बंसल का आरोप है कि रियाज और दो अन्य लोग बछड़े को मारते पाए गए. रियाज के अलावा मौके पर मौजूद दो लोग भागने में कामयाब रहें. जिसके बाद बंसल ने अपने साथियों को बुला कर रियाज को लगभग एक किलोमीटर तक परेड करवाई तथा उसे पुलिस को देने से पहला पीटा भी.
इस पूरे मामले में लखनउ की सामाजिक संस्था रिहाई मंच के प्रवक्ता राजीव यादव का कहना है कि ‘पुलिस ने जिस तरह से बजरंगदल को सरंक्षण देकर एक मुस्लिम युवक को पीटने और सांप्रदायिक आधार पर पूरे शहर में पूरे मुस्लिम समुदाय को गालियां देने की खुली छूट दी, साथ ही रियाज को थाने पकड़कर ले जाने के बाद एक गाय के बछड़े को शामली पुलिस ने प्रबंध कर झूठा केस तैयार किया, वह यूपी पुलिस द्वारा सांप्रदायिकता फैलाने की प्रतिबद्धता की मिसाल है. जबकि रियाज को पीटे जाने का वीडियो जो वायरल हो चुका है उसमें कहीं पर भी कोई गाय या गाय का बछड़ा नहीं है.’
रिहाई मंच का आरोप है कि शामली शहर के सीओ निशांत शर्मा ने बजरंगदल के गुंडा तत्वों के खिलाफ़ यह कहते हुए कार्रवाई करने से इंकार कर दिया है कि बजरंगदल के लोगों ने रियाज को पीटकर अच्छा किया है. पुलिस का बजरंगदल के प्रति नरम रुख इससे भी पता चलता है कि घटना के दो दिन बाद उसने रियाज को पीटने वाले बजरंगदल के नेताओं विवेक प्रेमी, अनुज बंसल, संदीप गर्ग, आशु नामदेव, दीपू गिरी, सचिन गर्ग पर धारा 147, 323, 404 जैसी मामूली धाराएं लगाई हैं जबकि रियाज को बंधक बनाकर पीटे जाने के आपराधिक कृत्य का वीडियो भी वाइरल हो चुका है पर पुलिस ने उसके खिलाफ 342 और 353 ए जैसी ऐसे अपराध के लिए उपयुक्त धाराएं नहीं लगाई और न ही उन्हें गिरफ्तार तक किया गया.
रियाज के पिटाई का तीन वीडियो आप यहां देख सकते हैं:
https://www.youtube.com/watch?v=1BFLD5U_7zU
https://www.youtube.com/watch?v=ovbk3ziKU8c