BeyondHeadlines News Desk
मैग्सेसे पुरस्कार से सम्मानित समाजसेवी संदीप पांडेय ने भारत द्वारा संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद में इजराइल के खिलाफ़ आए प्रस्ताव पर भारत द्वारा गैर हाजिर रहने पर इसे भारतीय विदेश नीति की स्थापित मूल्यों पर हमला बताया है, जो अब तक इजराइल के मानवता विरोधी कृत्यों के खिलाफ़ खड़ा रहा है.
उन्होंने कहा कि महात्मा गांधी ने हमेशा फिलीस्तीन का पक्ष लिया और इजराइल के अवैध निर्माण का विरोध किया था और इस मूल्य को अब तक भारत की विभिन्न सरकारें मानती रही हैं. लेकिन संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद में भारत की गैर-हाजिरी ने पूरी दुनिया में भारत को शर्मशार कर दिया है.
स्पष्ट रहे कि संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद में इस्राइल की निंदा करने वाले एक प्रस्ताव पर वोटिंग से गैर-हाजिर रहने के भारत के फैसले को भारत की नीति में अहम तब्दीली के रूप में देखा जा रहा है. दरअसल, इस्राइली प्रधानमंत्री बेनजामिन नेतन्याहू ने अपने भारतीय समकक्ष नरेंद्र मोदी से संपर्क किया था और उनसे परिषद के वोटिंग के दौरान अनुपस्थित रहने का आग्रह किया था.
इसके बावजूद प्रस्ताव के पक्ष में 41 और विपक्ष में एक वोट पड़े. पांच देश अनुपस्थित रहे. भारत के अलावा यूथोपिया, कीनिया, मैसीडोनिया और प्राग्वे ने मतदान में हिस्सा नहीं लिया.