दिल्ली के इन इलाक़े में कुत्तों का आतंक, लोगों में बेचैनी

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BeyondHeadlines News Desk

पुरानी दिल्ली के इलाक़ा में कुत्ते की दहशत दिन-प्रतिदिन बढ़ती जा रही है. आए दिन कुत्ते किसी न किसी को अपना शिकार बना रहे हैं. इस मामला में कारपोरेशन पूरी तरह से नाकाम साबित हुआ है.

कुत्तों की बढ़ती संख्या से यहां लोगों में ख़ौफ़ का माहौल है. रात के समय पुरानी दिल्ली के ज़्यादातर इलाक़ों से गुज़रना किसी मुसीबत या चैलेंज से कम नहीं है. अगर कई लोग एक साथ गुज़र रहे हैं तो ये कुत्ते ख़ामोश रहते हैं, लेकिन अगर कोई अकेला है तो ये कुत्ते उसे छोड़ते नहीं. पहले तो भौंक भौंक कर डराते हैं और फिर उस पर झपट पड़ते हैं. पिछले कई दिनों से बाड़ा हिन्दूराव के चमेलियान रोड के इर्द-गिर्द कुत्तों ने कई लोगों को काट लिया.

हालांकि जिन इलाक़ों में देर रात तक चहल-पहल रहती है, वहां कुत्ते भी कंट्रोल में रहते हैं. लेकिन सुनसान सड़कों और इलाक़ों में कुत्ते किसी को नहीं बख़्शते. औरतों व बच्चों की बात दूर मर्दों का भी इन सड़कों से गुज़रना या चलना दुश्वार हो गया है.

हालात तो ये हैं कि रात दस बजे के बाद गलियों में कुत्ते गश्त करते नज़र आते हैं, कई बार तो लोगों के घरों में भी घुस जाते हैं.

ये हाल सिर्फ़ पुरानी दिल्ली का नहीं है, बल्कि पूरी दिल्ली का यही हाल है. ख़ास तौर पर जमुना पार के इलाक़ों में कुत्तों का ज़बरदस्त आतंक देखने को मिलता है. बल्कि यहां के कुत्ते तो पुरानी दिल्ली के कुत्तों के मुक़ाबले ज़्यादा ख़तरनाक हैं.

बता दें कि कारपोरेशन की हाऊस की मीटिंग में ये मुद्दा पिछले साल ज़ोर-शोर से उठाया गया था और इस पर बाक़ायदा बहस भी हुई थी और ये तय किया गया था कि आवारा कुत्तों को कंट्रौल करने और उन्हें एक स्थान पर रखने के लिए काम किया जाएगा, लेकिन इस पर अभी तक कोई काम नहीं किया गया. और इस बीच कुत्तों का आतंक जारी है.      

नोट : क्या आप भी कुत्तों से परेशान हैं? अगर हां, तो अपने इलाक़े के बारे में नीचे के कमेंट बॉक्स में ज़रूर लिखें…

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