BeyondHeadlines News Desk
नई दिल्ली : पृथ्वी को बचाने के मक़सद से जामिया मिल्लिया इस्लामिया में विशेषज्ञों का जमावड़ा लगा. देश भर के 250 विशेषज्ञ तीन दिनों तक लगातार जलवायु परिवर्तन व पर्यावरण के विभिन्न मुद्दों पर चिंतन-मनन किया.
बता दें कि जामिया में ‘जियोमोर्फोलॉजी, क्लाईमेट चेंज एंड सोसाइटी’ विषय पर 30वां राष्ट्रीय सम्मेलन का आयोजन हुआ. इस सम्मेलन में 250 से अधिक विशेषज्ञों ने हिस्सा लिया और पूरी दुनिया में बदलते बारिश के पैटर्न पर बात की.
इस सम्मेलन में शामिल विशेषज्ञों ने पर्यावरण के वर्तमान हालात पर चिंता व्यक्त की और जलवायु परिवर्तन के असर से पृथ्वी को बचाने के कई महत्वपूर्ण बिन्दुओं पर प्रस्ताव पारित किए. ये प्रस्ताव भविष्य में सरकार को भेजे जाएंगे, ताकि नीतिगत बदलाव में इसका अध्ययन किया जा सके.
इस सम्मेलन में इसके अलावा नदियों के बदलते मिज़ाज, बढ़ते समुद्री तूफ़ान और सुनामी जैसी आपदाओं और इंसान की भूमिका के गहन अध्ययन पर बात भी हुई.
सम्मेलन में विशेषज्ञों ने सचेत किया कि इससे पहले कि कोई अनहोनी घटे हमें पृथ्वी के बदलते स्वरूप को समझना होगा. अब तो बस पृथ्वी को नुक़सान पहुंचाने वाले कामों को तत्काल रोके जाने की ज़रूरत है. बढ़ती आबादी, ज़रूरत से ज़्यादा प्रकृति से छेड़छाड़ और प्राकृतिक संसाधनों का दोहन हमें यहां लेकर आया है.