मोदी को है डर, इसलिए वाराणसी से बीजेपी के दो उम्मीदवार

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BeyondHeadlines News Desk

वाराणसी: लोकसभा चुनाव के सातवें चरण में सबसे महत्वपूर्ण सीटों में वाराणसी का नाम पहले स्थान पर है. यहां से कुल 102 प्रत्याशियों ने अपना नामांकन दाख़िल किया है. लेकिन सबसे दिलचस्प बात ये है कि यहां से खुद प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के खड़े होने के बावजूद भारतीय जनता पार्टी की ही टिकट से निर्मला सिंह ने भी अपना नामांकन दाख़िल किया है.

63 साल की निर्मला सिंह वाराणसी की ही रहने वाली हैं. फिलहाल वाराणसी महानगर से भारतीय जनता पार्टी की महामंत्री हैं. इनके पति जगत नारायण सरकारी नौकरी से रिटायर हुए हैं.    

बताया जा रहा है कि कहीं प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का नामांकन रद्द न हो जाए, इस डर के कारण पार्टी ने निर्मला सिंह नाम की इस प्रत्याशी को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के डमी कैंडिडेट के रूप में पर्चा दाख़िल करवाया है. डमी उम्मीदवार का इस्तेमाल पार्टी के अधिकृत प्रत्याशी का पर्चा ख़ारिज होने की स्थिति में किया जा सकता है. अगर किसी कारणवश प्रमुख उम्मीदवार का नामांकन रद्द हो जाए तो डमी उम्मीदवार को चुनाव लड़ाया जाता है.  

बता दें कि आज पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने चुनाव आयोग से नरेंद्र मोदी की वाराणसी से उम्मीदवारी रद्द करने की मांग की और आरोप लगाया कि मोदी ‘ख़रीद-फ़रोख्त’ में शामिल हैं. एक दिन पहले मोदी ने दावा किया था कि तृणमूल के 40 विधायक उनके संपर्क में हैं और भाजपा के चुनाव जीतते ही वे अपनी पार्टी को छोड़ सकते हैं.

इससे पहले आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद और राष्ट्रीय प्रवक्ता संजय सिंह भी चुनाव आयोग से पीएम मोदी का नामांकन रद्द करने की मांग कर चुके हैं. इनका कहना है कि मोदी ने सिर्फ़ एक दिन में ही एक करोड़ 27 लाख से ज्यादा की रक़म खर्च कर दी, जबकि लोकसभा चुनाव के लिए एक सीट पर एक प्रत्याशी द्वारा किए जाने वाले खर्च की सीमा 70 लाख रुपये ही है. 

ऐसे में देखना दिलचस्प होगा कि चुनाव आयोग आगे क्या करता है. बीजेपी के दोनों उम्मीदवारों में से किसे अपना नामांकन वापस लेना पड़ता है. नामांकन वापस लेने की तिथी 2 मई है. 

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