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जानिए! किस मीडिया पर कितना लुटाते हैं नीतिश?

Afroz Alam Sahil for BeyondHeadlines

एक अरब 82 करोड़ रूपये बहा दिए नीतिश कुमार ने. अब भी बात समझ में नहीं आई तो यूं समझिए कि 182 करोड़ रूपये फूंक दिए हमारे ‘सुशासन’ बाबू नीतिश कुमार ने…

बिहार के बाढ़ पीड़ितों और उत्तराखंड में पानी के क़हर से तबाह हुए लोगों की मदद को भी इतना रूपया नहीं पहुंचा होगा. लेकिन बिहार के गरीब जनता के खून-पसीने की कमाई को नीतिश बाबू ने चंद अख़बारों व चैनलों के दरवाज़ों पर रखे दान-पात्र में डाल दिया. मक़सद सिर्फ इतना कि नीतिश के 182 करोड़ रूपये के हाथों बिक चुके यह अख़बार व चैनल 24×7 के अंदाज़ में नीतिश बाबू का गुणगाण कर सके.

बिहार की जनता भूख से मरे, बीमारी से या बेरोज़गारी से, मरे अपनी बला से…. मगर राज्य सरकार की ओर से लगभग खरीदे जा चुके इन अख़बारों व चैनलों में हाई-वोल्टेज रफ्तार में नीतिश बाबू के नाम का जय-जयकारा लगता रहे. बिहार में नीतिश कुमार के शासनकाल में इस सरकारी गोरखधंधे की जड़ों तक BeyondHeadlines ने पैनी तफ्तीश की और जो सामने आया, वो आपको चौंका देने के लिए काफी है.

BeyondHeadlines को आरटीआई से हासिल महत्वपूर्ण दस्तावेज़ बताते हैं कि इस गरीब व पिछड़े राज्य के मुख्यमंत्री सिर्फ और सिर्फ अपने प्रचार व प्रसार पर हर दिन करीब 13 लाख रूपये खर्च करते हैं. यह आंकड़े चौंकाने वाले हैं, पर यह सच है. (हालांकि यह आंकड़े सिर्फ बिहार के सूचना एवं जन सम्पर्क विभाग के ही हैं, बाकी तमाम विभागों का विज्ञापन पर आने वाला खर्च अलग है.)

Bihar Media Gameमीडिया को मिला यह ‘सुशासन रिश्वत’ ही है कि बिहार में ‘सुशासन’ है. और सच पूछे तो यह ‘सुशासन’ कोई चमत्कार नहीं, बल्कि नीतिश का मीडिया मैनेजमेंट है. या यूं कहे ‘मीडिया पर्चेज अग्रीमेंट’ है. इस मायने में नीतिश कुमार और नरेन्द्र मोदी में राई-रत्ती का भी कोई फर्क नहीं है. दोनों ने ही सुशासन और ब्राडिंग के मीडिया मंत्र को न सिर्फ समझा है बल्कि बखूबी इस्तेमाल भी कर रहे हैं.

खैर, आम जनता के पैसों पर सरकारी वाहवाही का इतना जघन्य और इतना नंगा नाच शायद आज तक बिहार में न हुआ हो.

BeyondHeadlines  के पास नीतिश के ‘सुशासन काल’ में मीडिया को दी गई ‘सुशासन रिश्वत’ का पूरा लेखा-जोखा मौजूद है. रिश्वत की इस बंदरबाट का फायदा सिर्फ बिहार ही नहीं, बल्कि दिल्ली, मुम्बई, कोलकाता, झारखंड और अन्य राज्यों के मीडिया भी ‘सुशासन’ के मलाई का मज़ा ले रहे हैं.

आंकड़े बताते हैं कि नीतिश कुमार ने अपने शासनकाल में करीब एक अरब 82 करोड़ रूपये खर्च कर चुकी है. सिर्फ साल 2012-13 में करीब  47 करोड़ रूपये खर्च किए गए हैं. और उससे भी दिलचस्प बात यह है कि इस ‘सुशासन रिश्वत’ का सबसे अधिक फायदा नीतिश का लगभग मुख पत्र बन चुके हिन्दुस्तान समूह को हुआ है. इसके दोनों ही अखबारों हिन्दुस्तान और Hindustan Times ने नीतिश के शासनकाल के सिर्फ 5 वर्षों में लगभग 66.17 करोड़ रूपये की भारी-भरकम मलाई काटी है. इस मामले में नम्बर वन का दावा करने वाला दैनिक जागरण पिछड़ गया है. वो दूसरे नम्बर पर है और उसे नीतिश के शासनकाल के पिछले 5 वर्षों में लगभग 35.77 करोड़ रूपये ही ‘सुशासन रिश्वत’ के तौर पर मिले हैं. तीसरे नम्बर पर प्रभात खबर है, उसे सिर्फ 5 वर्षों में लगभग 8.03 करोड़ रूपये का ‘सुशासन रिश्वत’ के  तौर पर मिल पाया है.

‘सुशासन रिश्वत’ लेने में उर्दू के अखबार भी पीछे नहीं हैं. बिहार के क़ौमी तंज़ीम ने भी नीतिश के शासनकाल के सिर्फ 5 वर्षों में लगभग 5.87 करोड़ रूपये की भारी-भरकम मलाई काटी है.  नीतिश ने अखबारों, टीवी चैनलों के अलावा न्यूज़ एसेंजियों, रेडियों, पत्रिकाओं, पब्लिशिंग हाउस, प्रोडक्शन हाउस और विज्ञापन कम्पनियों का भी विशेष ख्याल रखा है.

यही नहीं, अपने ‘सुशासन’ के प्रचार व प्रसार में दूरदर्शन, ऑल इंडिया रेडियो, यूएनआई व पीटीआई न्यूज़ एसेंजी, आरएसएस मुखपत्र पांचजन्य, ब्रांड बिहार डॉट कॉम वेबसाईट और कई प्रोडक्शन हाउस व विज्ञापन कम्पनियों की भी मदद ली है.

अगर इस मामले में यदि पिछली राजद सरकार से तुलना की जाए तो वो काफी दूर नज़र आती है. भले ही लालू मीडिया के चहेते बने रहे हों, लेकिन मीडिया पर ध्यान देने के मामले में वो नीतिश कुमार से काफी पीछे नज़र आए. आंकड़े बताते हैं कि लालू-राबड़ी सरकार अपने कार्यकाल के सात सालों में सिर्फ 32.96 करोड़ ही खर्च किए थे.

तो ज़ाहिर है कि नीतिश के कार्यकाल में सबसे ज़्यादा फायदा यहां के मीडिया उधोग को हुआ है. इसलिए वो ‘विकास’ के पीछे के सच को जनता के सामने लाना मुनासिब नहीं समझता. इन्हें इस बात का डर है कि अगर इन सच्चाईयों पर से पर्दा उठा दिया तो सरकारी विज्ञापनों से हाथ धोना पड़ सकता है. (क्योंकि राज्य विज्ञापन नीति, स्टेट एडवर्टिजमेंट पॉलिसी- 2008 के तहत अगर किसी मीडिया संस्थान का काम राज्य हित में नहीं हैं तो उसे दिये जा रहे विज्ञापन रोके जा सकते हैं. उसे स्वीकृत सूची से किसी भी वक़्त बाहर किया जा सकता है.) ऐसे में न्यूज़ की बात तो छोड़ ही दें, अगर किसी ने एक लेख भी बिहार सरकार के खिलाफ लिखा तो अगले ही दिन उस लेखक को मुख्यमंत्री कार्यालय बुला लिया जाता है. कई लोगों को तो सिर्फ फेसबुक पर लिखने भर से नौकरी से निकाल दिया गया और कई पत्रकार ऐसे हैं जिन्होंने ‘सुशासन रिश्वत’ पाकर ‘सुशासन बाबू’ के पक्ष में अपनी क़लम खूब तोड़ी और वो आज सरकारी अधिकारी बने बैठे हैं.

नीचे आप नीतिश सरकार के कार्यकाल में मीडिया को दिए गए ‘सुशासन रिश्वत’ का लेखा-जोखा देख सकते हैं.

(नोट: यह स्टोरी BeyondHeadlines के द्वारा मीडिया को आरटीआई के दायरे में लाने हेतु चलाए जा रहे मुहिम के तहत प्रकाशित किया गया है. हम बाकी राज्य सरकारों का भी ‘सुशासन रिश्वत’ पर खर्च होने वाले रक़म का लेखा-जोखा बहुत जल्द आपके समक्ष प्रस्तुत करेंगे.)  

नीतिश कुमार के कार्यकाल में  विज्ञापन के नाम पर विभन्न समाचार पत्र/प्रतिष्ठानों/इलेक्ट्रॉनिक चैनलों को भुगतान की गई राशि की विवरणी

क्र.सं.

समाचार पत्र/ चैनल/ प्रतिष्ठानों के नाम

2012-13

2011-12

2010-11

2009-10

2008-09

कुल धन राशि

1. हिन्दुस्तान, पटना

16,29,47,449

10,73,87,963

10,12,13,999

14,35,37,977

12,73,95,711

64,24,82,829

2. हिन्दुस्तान टाईम्स, पटना

1,05,97,261

27,74,082

58,63,454

————–

—————

1,92,34,797

3. दैनिक जागरण, पटना

11,79,04,967

7,23,41,925

5,33,68,449

6,52,15,161

4,86,47,141

35,74,77,643

4. आज, पटना

1,38,54,496

1,18,52,978

1,30,54,899

1,46,68,733

1,29,82,456

6,64,13,562

5. प्रभात ख़बर, पटना

3,00,41,335

1,68,78,682

1,10,08,037

1,29,38,388

94,70,526

8,03,36,968

6. राष्ट्रीय सहारा, पटना

1,95,00,071

1,09,06,290

67,41,602

52,37,359

11,88,719

4,35,74,041

7. राष्ट्रीय सहारा (उर्दू), पटना

10,24,788

————-

1,47,313

————-

————-

11,72,101

8. प्रत्युष नव विहार, पटना

71,63,964

39,48,066

30,29,027

1,25,488

————-

1,42,66,545

9. प्रत्युष टेलीविज़न नेटवर्क, पटना

35,11,284

40,051

—————

————–

————–

35,51,335

10. टाईम्स ऑफ इंडिया, पटना

1,42,94,114

90,10,152

1,13,52,332

3,15,52,707

1,22,40,342

7,84,49,647

11. क़ौमी तंज़ीम, पटना

1,48,78,473

1,10,93,247

98,72,810

1,27,95,801

1,01,32,426

5,87,72,757

12. फारूक़ी तंजीम (उर्दू), पटना

98,33,641

65,84,992

62,35,314

64,18,811

48,24,458

2,40,97,314

13. पिन्दार (उर्दू), पटना

94,85,584

52,45,344

44,11,220

47,55,091

39,06,757

2,78,03,996

14. इन्कलाब-ए-जदीद (उर्दू), पटना

28,54,226

18,03,090

20,57,062

18,67,694

16,25,926

1,02,07,998

15. दी प्यारी उर्दू, पटना

32,47,714

24,25,249

16,30,667

15,42,827

13,84,747

1,02,31,204

16. मोसल्लस (उर्दू), पटना

18,77,782

7,51,319

4,21,899

1,12,382

————–

31,63,382

17. संगम (उर्दू), पटना

11,09,935

4,10754

13,80,890

27,36,743

17,54,546

73,92,868

18. अमीन (उर्दू), पटना

6,20,144

————–

————-

————–

————–

6,20,144

19. हमारा समाज (उर्दू), पटना

7,67,145

————–

————-

————–

————–

7,67,145

20. कूर्रा तंज़ीम (उर्दू), पटना

6,62,504

————-

————-

————–

————–

6,62,504

21. प्रातः कमल, मुज़फ्फरपुर

68,29,480

38,41,698

39,63,519

35,51,566

9,33,341

1,91,19,604

22. हालात-ए-बिहार, समस्तीपूर

13, 26,372

7,67,793

6,67,867

3,04,458

————–

30,66,490

23. गरम हवा, मुज़फ्फरपुर

6,61,259

————

————

————–

————-

6,61,259

24. नई बात, भागलपूर

56,33,939

26,84,856

22,11,150

11,18,096

5,29,655

1,21,77,696

25. देश विदेश, भागलपूर

26,51,009

8,53,793

7,22,536

10,15,449

7,44,069

59,86,856

26. सन्मार्ग, कोलकाता

10,06,713

9,56,109

6,81,003

6,25,418

10,69,643

43,38,886

27. पायोनियर, नई दिल्ली

18,81,863

9,91,162

7,12,994

36,08,593

27,62,927

99,57,539

28. इंडियन एक्सप्रेस, नई दिल्ली

7,06,887

4,81,581

5,95,800

16,02,950

15,74,303

49,61,521

29. मेल टूडे, नई दिल्ली

6,15,705

9,68,536

7,07,635

3,180

————–

22,95,056

30. बिज़नेस स्टैन्डर्ड, नई दिल्ली

4,85,410

2,83,010

4,27,607

15,40,227

6,18,201

33,54,455

31. रांची एक्सप्रेस

1,48,951

2,15,941

1,38,893

37,470

—————

5,41,255

32. अमर उजाला, नोएडा

15,92,282

6,49,515

3,88,493

2,12,085

—————

28,42,375

33. पंजाब केसरी, दिल्ली

19,01,905

7,72,956

10,11,461

9,59,963

6,40,335

52,86,620

34. राजस्थान पत्रिका, जयपूर

13,41,554

8,39,765

6,07,904

4,94,846

————–

32,84,069

35. दैनिक भास्कर, भोपाल

22,15,267

10,60,958

4,06,440

49,18,036

18,85,949

1,04,86,650

36. डी.एन.ए., मुम्बई

17,13,060

4,27,694

1,12,268

2,39,212

2,17,878

27,10,112

37. विश्वमित्र, कोलकाता

71,845

67,690

93,935

87,026

—————

3,20,496

38. सी-4 मीडिया कम्यूनिकेशन प्रा. लि.

1,46,415

87,399

————–

————–

—————

2,33,814

39. मिड डे, मुम्बई

65,310

————-

————–

————–

—————

65,310

40. आज समाज

31,500

————-

————–

————–

—————

31,500

41. स्टेट्समैन, कोलकाता

2,96,410

58,710

1,68,723

78,931

64,915

6,67,689

42. नव भारत, रायपुर

30,953

————-

————–

—————

—————

30,953

43. कस्तुरी एंड संस लि., चैन्नई

10,54,762

2,02,359

————–

—————

—————

12,57,121

44. एक्सप्रेस पब्लिकेशन, मदुरई

1,984

————-

————–

—————

—————

1,984

45. यू.एन.आई.

5,00,000

————-

————–

—————

————–

5,00,000

46. पांचवा स्तंभ

12,00,000

————-

9,37,500

10,00,000

————–

31,37,500

47. नई दुनिया

4,00,000

1,00,000

6,00,000

3,00,000

————–

14,00,000

48. संध्या प्रवक्ता खबर

9,603

15,273

————–

—————

————–

24,876

49. विवरण टाईम्स

42,454

42,545

————–

—————

————–

85,090

50. इंटरटेनमेंट नेटवर्क (इंडिया) लि.

12,14,383

10,95,755

————–

—————

————–

23,10,138

51. प्रभातम कम्यूनिकेशन

3,74,380

4,19,625

—————

—————

—————

7,94,005

52. धमाल-24 रेडियो नेटवर्क

1,38,854

2,70,258

99,854

18,298

—————

5,27,264

53. मौर्या टीवी

6,14,235

1,01,432

—————

—————

—————

7,15,667

54. आर्यन टीवी

9,927

1,01,432

—————

—————

—————

1,11,359

55. सहारा इंडिया टीवी नेटवर्क

6,43,548

55,37,088

31,54,562

92,62,070

90,34,774

2,76,32,046

56. न्यूज़ दिल्ली टीवी लि.

1,80,552

————-

—————

—————

—————

1,80,552

57. मीडिया कॉनटेन्ट एंड कम्यूनिकेशन

1,56,345

5,90,301

—————

—————

—————

7,46,646

58. टीवी-18 ब्रॉडकास्ट लि. (आइबीएन)

59,137

3,38,707

1,46,689

—————

—————

5,44,533

59. टीवी टूडे नेटवर्क

3,55,509

9,38,046

3,53,876

—————

—————

16,47,431

60. इंडिपेन्डेन्ट न्यूज़ सर्विस

2,40,895

2,72,933

3,14,286

—————

—————

8,28,114

61. ज़ी न्यूज़

2,61,567

————-

—————

—————

—————

2,61,567

62. टाईम्स ग्लोबल ब्रॉडकास्ट लि.

1,12,048

————-

—————

—————

—————

1,12,048

63. मैग्निफिसेन्ट न्यूज़ प्रोडक्शन

1,41,666

85,000

————–

3,40,000

—————

5,66,666

64. इनसाइट टीवी  न्यूज़ नेटवर्क प्रा. लि.

28,333

84,999

28,333

————–

—————

1,41,665

65. ब्रांड बिहार डॉट कॉम

5,16,609

1,70,000

56,666

————–

—————

7,43,275

66. रफ्तार टाईम्स

99,270

9,55,154

—————

————–

—————

10,54,424

67. प्रणव मोशन पिक्चर्स

28,333

————-

6,59,594

1,03,371

1,03,371

8,94,669

68. नया इंडिया, नई दिल्ली

21,375

————-

—————

————–

—————

21,375

69. ऑल इंडिया रेडियो

16,47,889

————-

16,37,289

15,24,597

32,37,172

80,46,947

70. दूरदर्शन

23,91,097

————-

29,41,701

41,40,387

19,06,187

94,73,185

71. यशोदया इंटरप्राइजेज प्रा. लि.

————–

45,46,434

—————

—————

—————

45,46,434

72. पनोरमा टीवी प्रा. लि.

————–

7,60,739

—————

—————

—————

7,60,739

73. हमार टीवी

————–

1,01,432

—————

—————

—————

1,01,432

74. सौभाग्य मीडिया प्रा. लि.

————–

3,30,756

3,57,372

—————

—————

6,88,128

75. कशिश न्यूज़

————–

1,01,432

—————

—————

————–

1,01,432

76. महुआ टीवी

————–

14,55,656

98,77,537

—————

————–

1,13,33,193

77. कंटेम्प्रेरी न्यूज़ प्रा. लि.

————–

28,572

—————

—————

————–

28,572

78. मीडिया स्कोप पब्लिकेशन

————–

1,00,000

—————

—————

————–

1,00,000

79. प्रवासी टूडे

————–

1,00,000

—————

—————

————–

1,00,000

80. आइकॉन मीडिया इनीसिएटिव प्रा. लि.

————–

71,429

————–

5,00,000

————–

5,71,429

81. भारती प्रकाशन दिल्ली

————–

40,000

—————

—————

—————

40,000

82. आरूषी न्यूज़ नेटवर्क

————–

1,00,000

4,00,000

5,00,000

—————

10,00,000

84. न्यू इंडियन एक्सप्रेस

————–

————-

27,776

29,659

34,878

92,313

85. झारखंड जागरण

————–

————-

1,42,503

————–

28,515

1,71,018

86. इंडिया टूडे ट्रेवल प्लस

————–

————-

7,50,000

————–

—————

7,50,000

87. द वीक

————–

————-

15,20,000

————–

—————

15,20,000

88. इस्टर्न क्रोनिकल

————–

————-

3,43,750

5,00,000

—————

5,00,000

89. टूडेज़ ट्रेवलर्स

————–

————-

4,50,000

1,00,000

—————

5,50,000

90. न्यू ग्लोबल इंडिया

————–

————-

1,42,850

—————

—————

1,42,850

91. पांचजन्य

————–

————-

80,000

—————

—————

80,000

92. आलीया प्रोडक्शन

————–

————-

1,60,000

—————

—————

1,60,000

93. गुंजन मुविज़

————–

————-

1,26,883

—————

————–

1,26,883

94. ई-टीवी

————–

————-

1,06,95,192

12,05,620

8,30,058

1,27,30,870

95. रेडियो मिर्ची

————–

————-

9,41,000

8,15,893

1,01,91,702

1,19,48,595

96. आईएनएक्स न्यूज़

————–

————-

35,613

————–

————–

35,613

97. साधना न्यूज़

————–

————-

28,83,347

5,92,381

————–

34,75,728

98. दी ट्रीव्यून

————–

————-

————–

1,67,942

1,41,331

3,09,273

99. फ्री प्रेस जनरल, मुम्बई

————–

————-

————–

26,684

67,207

93,891

100. पी.टी.आई. यूनियन स्मारिका

————–

————-

————-

5,00,000

————–

5,00,000

101. डिस्कवर इंडिया

————–

————-

————-

60,000

————–

60,000

102. इन्क्रेडेवल इंडिया

————–

————-

————-

2,00,000

————–

2,00,000

103. कमल प्रोडक्शन हाउस

————–

————-

————-

2,02,952

————–

2,02,952

104. टेलीग्राफ

————–

————–

————-

—————

3,26,084

3,26,084

वर्ष-2006-07

5,40,01,195

वर्ष-2007-08

9,65,85,105

Total

46,99,75,721

29,85,20,616

28,52,70,835

34,59,82,522

27,52,96,250

1,82,56,32,244

 

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