Afroz Alam Sahil for BeyondHeadlines
कौमी एकता दल के राष्ट्रीय अध्यक्ष और माफिया सरगना मुख्तार अंसारी के बड़े भाई अफ़ज़ाल अंसारी ने BeyondHeadlines से बात करते हुए कहा कि किसी भी सूरत में वो मोदी को बनारस से सांसद नहीं होंगे.
अफ़ज़ाल ने उन खबरों का खंडन किया, जिसमें उन्हें नरेन्द्र मोदी का समर्थन करते हुए बताया गया था. अफज़ाल ने साफ कर दिया कि वो किसी भी सूरत में मोदी को समर्थन नहीं देंगे और जो भी पार्टी मोदी को हराने में सक्षम होगी, उसे ही अफ़ज़ाल की पार्टी सपोर्ट करेगी. अफ़ज़ाल ने BeyondHeadlines से बात करते हुए यह भी कहा कि उनकी पार्टी 29 अप्रैल को अपने समर्थन का ऐलान करेगी.
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अफ़ज़ाल ने BeyondHeadlines से बात करते बहुत ही शायराना अंदाज़ में कहा कि ‘न इंकार, न इक़रार… बस 29 का इंतज़ार…’ अफ़ज़ाल ने मोदी को समर्थन की तुलना इस शेर के ज़रिए की, ‘वो वक़्त भी देखा है तारिख की गहराई ने, लम्हों ने खता की सदियों ने सज़ा पाई…’
खुद को अछूत व दाग़ी बताते हुए अफ़ज़ाल ने इस बात का अफसोस ज़ाहिर किया कि लोग उनसे दिन के उजाले में मिलना पसंद नहीं करते, मगर रात के अंधेरों में उनके समर्थन की खातिर ज़मीन-आसमान एक किए रहते हैं. इसके बावजूद कौमी एकता दल ने यह तय किया है कि वो उस उम्मीदवार को अपना समर्थन देगा, जो मोदी के खिलाफ सबसे तगड़ी दावेदारी पेश करेगा.
कांग्रेस के उम्मीदवार अजय राय को समर्थन के सवाल पर अफ़ज़ाल ने राय दी कि वे पुरानी दुश्मनी भुला भी सकते हैं. अफ़ज़ाल के मुताबिक दो निशाने एक साथ नहीं लगाए जाते हैं. उनकी नज़र चिड़िया के आंख पर है. इस तरह से अफ़ज़ाल ने इस बात की ओर इशारा कर दिया है कि उनकी पार्टी कांग्रेस के उम्मीदवार को समर्थन दे सकती है.
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ये तथ्य भी दीगर है कि अजय राय और मुख्तार अंसारी की ज़बरदस्त दुश्मनी चलती है. दोनों के कारोबारी हित भी एक दूसरे से टकराते हैं. बावजूद इसके मोदी के खिलाफ लड़ाई में ये दो पुराने दुश्मन एक हो सकते हैं.
