BeyondHeadlines News Desk
वाराणसी संसदीय सीट से कांग्रेस प्रत्याशी रहे अजय राय ने इलाहाबाद हाईकोर्ट में चुनाव याचिका दाखिल करके प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के निर्वाचन को चुनौती दी है. उनका आरोप है कि नरेंद्र मोदी ने नामांकन के दौरान अपने हलफनामे में पत्नी जशोदा बेन से जुड़े सभी कॉलम पूरी तरह भरे नहीं हैं. साथ ही चुनाव खर्च की सीमा से कई गुना रकम व्यय की. इसके अलावा रैली में टी-शर्ट, साड़िया, टोपियां, गमछे व छाते देकर वोटरों को प्रलोभन दिया.
अजय राय व वाराणसी के मतदाता माधव प्रसाद उपाध्याय की ओर से दाखिल याचिका में कहा है कि नरेन्द्र मोदी ने नामांकन में जो हलफनामा दाखिल किया है, उसमें पत्नी के कॉलम में जशोदा बेन का नाम तो है, लेकिन उनके पैन कार्ड, वार्षिक आय, आयकर आदि के कॉलम में मालूम नहीं लिखा गया है.
कहा गया है कि यह सुप्रीम कोर्ट के आदेश व निर्वाचन आयोग की गाइडलाइन के विपरीत है. सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि नामांकन के दौरान कोई भी कॉलम खाली नहीं रहना चाहिए. इसके अलावा इस लोकसभा चुनाव में खर्च सीमा 70 लाख रुपये निर्धारित की गई थी, लेकिन नरेंद्र मोदी ने अपने चुनाव में 50 करोड़ रुपये खर्च किए.
साथ ही गत 24 अप्रैल की रैली में मोदी की फोटो वाली एक लाख टोपियां, 25 हजार टीशर्ट, इतनी ही साड़ियां और 50 हजार गमछे व छाते बांटकर मतदाताओं को प्रलोभन देने का काम किया है.
इस रैली में राजनाथ सिंह, अमित शाह, नलिन कोहली, लक्ष्मीकांत बाजपेयी आदि कई बड़े नेता शामिल हुए, जो अलग-अलग होटलों में ठहरे थे. रैली में कई हजार गाड़ियां आईं और दो लाख लोग शामिल हुए.
इस याचिका को लेकर बनारस के गलियारों में एक बार फिर राजनीति की बातें होने लगी है. कोई अजय को भला-बुरा कह रहा है तो किसी का कहना है कि अजय राय बिल्कुल सही काम किया है.