बिहार में ये अद्भूत चमत्कार ही है कि दो नेताओं की उम्र थम सी गई. और उम्र थम जाने से भी बड़ा...
बेतिया: देश के नेता हमेशा ही अपनी राजनीतिक उम्र लंबी करने की दुआएं मांगते हैं. तमाम तिकड़में भिड़ाते हैं. जी तोड़ मेहनत...
आज के दौर में शायद ही कोई जानता हो कि प्रसिद्ध अख़बार ‘हिन्दुस्तान टाईम्स’ का नाम बिहार में पहले ‘सर्चलाइट’ था और...
1947 के पहले मुल्क में जो बड़े मीडिया घराने थे, ख़ास तौर पर अंग्रेज़ी में निकालने वाले अख़बारों के मालिक थे, उनका...
आज़मगढ़ : ‘मेरे पति ही मेरे और मेरे तीन बच्चों का सहारा थे. वह भी हत्यारों ने छीन लिया. ये कैसी सरकार...
नई दिल्ली: जामिया मिल्लिया इस्लामिया ने 74वें स्वतंत्रता दिवस समारोह के तहत शुक्रवार को ‘मुशायरा जश्न-ए-आज़ादी’ नाम से एक वर्चुअल मुशायरे का...
मेरे ज़ेहन में अक्सर एक सवाल आता है कि आख़िर हरे रंग की पहचान हमेशा मुसलमानों के साथ ही क्यों की जाती...
15 अगस्त… आज़ादी का दिन मेरी ज़िन्दगी का बेहद ख़ास दिन रहा है ये सुबह 4 बजे उठ जाना फिर तिरंगा लहराने...
नई दिल्ली: राजनीति और पैसा एक-दूसर के पर्याय बन चुके हैं. यह बात किसी से छिपा नहीं है कि पार्टियां जमकर चंदा...
आ भी जाओ, तुम जहां हो! सत्य का चीर है अब दुःशासन के हवाले ज़ालिम कौरव के हाथ में आबरू के लाले!...
Enable BeyondHeadlines to raise the voice of marginalized
Donate now to support more ground reports and real journalism.
Subscribe to email alerts from BeyondHeadlines to recieve regular updates
[jetpack_subscription_form]