BeyondHeadlines Social Media Desk
सोशल मीडिया पर हमेशा सक्रिय रहने वाले बिहार के ‘हाई-टेक’ मुख्यमंत्री नीतिश कुमार ट्वीटर से अब ग़ायब नज़र आ रहे हैं.
हालांकि ट्वीटर से नीतिश कुमार का रिश्ता काफी पुराना व विवादित रहा है. एक समय था जब नीतिश कुमार ने राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव के ट्विटर अकाउंट खोलने पर कटाक्ष करते हुए कहा था- “पुरानी पीढ़ी के भी कुछ लोग सोशल मीडिया के नए चोंचलों का शिकार हो रहे हैं. ये तो समझ आता है कि ये नई पीढ़ी में चलन है, लेकिन ये अकल्पनीय है कि पुरानी पीढ़ी के लोगों ने भी इसे अपना लिया है. लोगों को अपनी लक्ष्मण रेखा समझनी चाहिए.”
नीतीश कुमार ने यह भी कहा था कि शब्दकोष में ट्विटर का मतलब सुबह के समय चिड़ियों की चहचहाट है, लेकिन ट्विटर पर सक्रिय होकर कुछ लोग इसे कर्कश ध्वनि में बदलने की कोशश कर रहे हैं.
कुछ ऐसी ही बातें उन्होंने बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी और उस समय के गुजरात मुख्यमंत्री नरेन्द्र मोदी को भी कहे थे. लेकिन इन सबके बावजूद नीतिश कुमार खुद 15 जून 2010 को ट्वीटर पर आ गए.
तब सुशील कुमार मोदी ने अपनी तीखी प्रतिक्रिया दी थी और साथ में सुझाव भी. उन्होंने कहा था- “2014 के आम चुनाव के बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को नरेन्द्र मोदी की लोकप्रियता का एहसास हो जाएगा. आज नई पीढ़ी से जुडऩे का सबसे सशक्त माध्यम सोशल मीडिया है. ऐेसे में इससे दूर नहीं रहा जा सकता. सीएम को सलाह देते हुए उन्होंने कहा था कि दूसरों की आलोचना करने वालों को अपने गिरेबां में झांककर देखना चाहिए. मुख्यमंत्री जी कथनी और करनी का यह फर्क कैसा? मोदी ने सवाल किया कि हम जो कहते हैं, सो करते हैं का दंभ इतनी जल्दी थोथा कैसे साबित हो गया?”
नीतिश कुमार के ट्वीटर पर आते ही हज़ारों की संख्या में लोगों ने उनको फॉलो करना शुरू कर दिया था. लेकिन नीतिश कुमार अपने फॉलोवर्स को निराश करते नज़र आ रहे हैं. 15 जून 2010 से लेकर 24 नवम्बर 2010 के दौरान उन्होंने सिर्फ 4 ट्वीट किए हैं. उसके बाद से वो हमेशा के लिए इस ट्वीटर से ग़ायब नज़र आ रहे हैं. हालांकि ट्वीटर पर नीतिश कुमार को अभी भी 33 हज़ार से अधिक लोग फॉलो कर रहे हैं.
इसके विपरित लालू प्रसाद यादव ट्वीटर पर काफी सक्रिय दिख रहे हैं. हर सुबह वो ट्वीट करना नहीं भूलते. फिलहाल लालू प्रसाद यादव के ट्वीटर पर 61 हज़ार फॉलोवर्स हैं. काश! नीतिश कुमार लालू के इस पहले ट्वीट को याद रखतें-
“नीतीश जी बदलाव प्रकृति का नियम है. बदलाव को इस रूप में पहचानना ज़रूरी है. आप नये लोगों की उपेक्षा नहीं कर सकते. युवा ही शक्ति है.”
और काश! लालू के यह चेतावनी भी नीतिश कुमार को याद आ जाती – “आप इंतजार करें कि कैसे पुराने लोग की बुद्धि और युवा की उर्जा ट्विटर के ज़रिए एक होकर प्रदेश में बदलाव लाएगी.”
इन सबके बीच अच्छी खबर यह है कि नीतिश कुमार अपने फेसबुक पेज़ पर सक्रिय ज़रूर हैं. उनके फेसबुक पेज़ को 538,566 लोग लाईक कर रहे हैं.