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ज़्यादा लंबी बोली मत निकालो, नहीं तो जीभ काट लेता हूं मैं… – सपा नेता

BeyondHeadlines News Desk

वाराणसी जिले के सिगरा थाने के लल्लापुर चौकी के दारोगा रामसरीख को समाजवादी पार्टी के महानगर अध्यक्ष राज कुमार जायसवाल ने खुलेआम जीभ काटने की धमकी देते हुए बुरी तरह हड़काया. श्री जायसवाल ने फोन पर कहा कि लोग दारोगा की उसी तरह तारीफ़ कर रहे हैं, जैसे शोले फिल्म में अमिताभ बच्चन ने धन्नो की मौसी से धर्मेन्द्र की तारीफ की थी.

उन्होंने सीधे धमकाते हुए कहा कि लाइन में भेजने पर उन्हें अक्ल आएगी. साथ ही कहा कि वे लोगों की जीभ काट लेते हैं. साथ ही दारोगा को बेवकूफ और बदतमीज़ बताते हुए कहा कि उन्हें समाजवादी पार्टी के लोगों की बात सुननी और करनी पड़ेगी.

श्री जायसवाल के धमकाने के बाद एसएसपी वाराणसी जोगेंद्र कुमार ने उलटे दारोगा रामसरीख को लाइन हाज़िर कर दिया.

यह घटना जानने के बाद आईपीएस अफसर अमिताभ ठाकुर ने दारोगा रामसरीख से तथ्यों की जानकारी ली और उसके बाद डीजीपी और आईजी ज़ोन वाराणसी को पत्र लिख कर फोन रिकॉर्डिंग की जांच कराते हुए उसके अनुसार समस्त वैधानिक और प्रशासनिक कार्यवाही किये जाने का अनुरोध किया है ताकि विभाग में गलत सन्देश नहीं जाए.

कथित ऑडियो को आप यहां सुन सकते हैं:

आईपीएस अमिताभ ठाकुर द्वारा लिखे पत्र को आप यहां पढ़ सकते हैं.

सेवा में,

पुलिस महानिदेशक,

उत्तर प्रदेश, लखनऊ

विषय- वाराणसी में एक दारोगा को जीभ काटने की धमकी के बाद उन्हें लाइन हाज़िर करने विषयक

महोदय,

कृपया निवेदन है कि मुझे समाचारपत्रों से वाराणसी जिले के सिगरा थाने के लल्लापुर चौकी के दारोगा श्री रामसरीख को वाराणसी जिले के समाजवादी पार्टी के महानगर अध्यक्ष श्री राज कुमार जायसवाल द्वारा खुलेआम जीभ काटने की धमकी देते हुए बुरी तरह हडकाये जाने और इसके बाद उलटे श्री रामसरीख को ही पुलिस लाइन भेज देने की खबर की जानकारी हुई. इसके बाद मैंने वाराणसी स्थित अपने परिचितों के साथ श्री रामसरीख से उनके फोन नंबर 084230-01861 पर बात कर मामले की जानकारी प्राप्त की.

मुझे श्री रामसरीख और श्री जायसवाल के बीच बातचीत का एक कथित रिकॉर्ड भी प्राप्त हुआ जिसकी मैं सीडी बना कर आपको प्रस्तुत करूँगा और जिसे मैंने व्हाट्सएप से आपको, आईजी ज़ोन वाराणसी और डीआईजी वाराणसी को भेजा जा रहा है. फोन कॉल के रिकॉर्ड के अनुसार यह फोन श्री जायसवाल द्वारा फोन नंबर 094513-71165 से श्री रामसरीख के उपरोक्त नंबर पर दिनांक 01/03/2015 को समय 03.43 सायं किया गया बताया गया है जिसमे श्री रामसरीख श्री जायसवाल का अभिवादन करते हैं जिसके बाद श्री जायसवाल कहते हैं कि लोग दारोगा की उसी तरह तारीफ़ कर रहे हैं जैसे शोले फिल्म में अमिताभ बच्चन ने धन्नो की मौसी से धर्मेन्द्र की तारीफ की थी. इसके बाद श्री जायसवाल सीधे धमकाते हुए कहते सुने जाते हैं कि उन्होंने एक बार पहले समझाने की कोशिश की लेकिन वे सुधरे नहीं. उन्होंने कहा कि लाइन में भेजने पर श्री रामसरीख को अक्ल आएगी. साथ ही कहा कि श्री रामसरीखज्यादा लम्बी बोली ना निकालें नहीं तो वे लोगों की जीभ काट लेते हैं. साथ ही दारोगा को लगातार बेवकूफ और बदतमीज बताते रहे. फिर श्री जायसवाल ने कहा कि उन्हें समाजवादी पार्टी के लोगों की बात सुननी और करनी पड़ेगी. श्री जायसवाल ने कहा कि दरोगा को आ कर माफ़ी मांगनी पड़ेगी.

श्री रामसरीख लगातार अपनी बात कहते रहे पर श्री जायसवाल उन्हें लगातार खुलेआम धमकाते सुने गए.

इससे भी दुर्भाग्यपूर्ण बात यह हुई है कि मुझे प्राप्त जानकारी के अनुसार इस घटना के बाद दारोगा श्री रामसरीख को ही दिनांक 02/03/2015 के एसएसपी वाराणसी श्री जोगेंद्र कुमार के आदेश द्वारा जनहित का कारण बताते हुए द्वारा पुलिस लाइन स्थानांतरित (अर्थात लाइन हाज़िर) कर दिया जाता है और यह आदेश दिनांक 02/03 अप्रैल की रात 01.30-02.00 बजे के बीच वायरलेस के जरिये प्रसारित किया जाता है, जिसके बाद श्री रामसरीख से तत्काल इसका अनुपालन करा दिया जाता है.

निवेदन करूँगा कि जहां तक मैंने श्री जायसवाल और श्री रामसरीख की कथित बातचीत सुनी है, उसमे किसी भी प्रकार की शंका नहीं दिखती कि यह पूरी बातचीत है और इसमें लगातार एकपक्षीय रूप से एक शासकीय कर्मी को जीभ काटने से ले कर औकात दिखाने, लाइन हाज़िर कराने की बातें ककही गयी हैं और उस पुलिसकर्मी को लगातार बदतमीज, बेवकूफ जैसे शब्दों से नवाज़ा गया है.

इस प्रकार यह पूरी बातचीत प्रथमद्रष्टया ही भारतीय दंड संहिता की धारा 353, 504, 506 सहित अन्य तमाम धाराओं में आपराधिक कृत्य दिखता है. साथ ही यह सीधे-सीधे एक पुलिसकर्मी सहित पूरे पुलिस विभाग के साथ पूर्णतया अवांछनीय आचरण किया भी ज्वलंत प्रतीक जान पड़ता है.

ऐसे में श्री जायसवाल के विरुद्ध सम्यक कार्यवाही करने की जगह उलटे श्री रामसरीख को लाइन हाज़िर करना निश्चित रूप से प्रथमद्रष्टया आपत्तिजनक और अनुचित प्रतीत होता है.

इस प्रदेश के एक जिम्मेदार नागरिक और प्रशासन के क्षेत्र में पारदर्शिता और उत्तरदायित्व के लिए काम करने वाले व्यक्ति के रूप में मैं व्यक्तिगत स्तर पर इस पूरे घटनाक्रम से अत्यंत ही आहत हूँ और इसे बहुत अधिक दुर्भाग्यपूर्ण मानता हूँ. यदि यह फोन रिकॉर्ड सही है तो यह पूरी प्रशासनिक व्यवस्था पर कई गंभीर प्रश्नचिन्ह भी लगाता दिखता है.

ऐसे में आपसे निवेदन है कि श्री रामसरीख और श्री जायसवाल के मध्य के कथित फोन रिकॉर्ड की तत्काल जांच कराते हुए इसके क्रम में इस पूरे मामले की किसी उच्चाधिकारी से जांच कराने और जांच के आये तथ्यों के अनुसार समस्त वैधानिक और प्रशासनिक कार्यवाही करने की कृपा करें

                                                                                                           भवदीय,

                                                                                                    (अमिताभ ठाकुर)

प्रतिलिपि- आईजी ज़ोन, वाराणसी को कृपया तत्काल आवश्यक कार्यवाही हेतु

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