BeyondHeadlines Event Desk
वाराणसी : मानवाधिकार जन-निगरानी समिति व अन्य सामाजिक संस्थानों के संयुक्त तत्वाधान में 9 अगस्त को वाराणसी में जातिवाद, पितृसत्ता, सांप्रदायिक फ़ासीवादी नव उदारवाद के ख़िलाफ़ न्याय, समता, बंधुत्व व बहुलतावाद के लिए “नव दलित सम्मेलन” का आयोजन किया जा रहा है.
इस सम्मेलन का मुख्य उद्देश्य सभी जाति और धर्मो के टूटे हुए लोगों की एकता बनाकर उन्हें एकजुट करना है. साथ ही साम्प्रदायिक फ़ासीवाद, धर्म की राजनीति, पुरुषवाद, पूंजीवाद की गुण्डागर्दी के ख़िलाफ़ बंधुत्व व बहुलतावाद व समता के लिए न्याय स्थापित करने के लिए यह एक प्रयास है. जिससे कि समाज में चली आ रही विषमताओं को समाप्त कर एक समतामूलक समाज की स्थापना की जा सके.
इस सम्मेलन में मुख्य वक्ता के रूप में जिग्नेश मेवानी (विधायक, गुजरात विधानसभा), लालजी देसाई (राष्ट्रीय अध्यक्ष कांग्रेस सेवादल और वरिष्ठ समाजसेवी), उर्मिलेश (वरिष्ठ पत्रकार, टेलीविज़न एंकर, लेखक और पूर्व कार्यकारी निदेशक राज्यसभा टीवी), प्रो. रतनलाल (हिन्दू कालेज दिल्ली), डा. पंकज श्रीवास्तव (वरिष्ठ पत्रकार और संस्थापक मीडिया विजिल), सुश्री अपर्णा (गाँव के लोग), नदीम खान (यूनाइटेड अगेंस्ट हेट) और श्रुति नागवंशी (संयोजक सावित्री बा फूले) रहेंगे.
इसी अवसर पर मानवाधिकार के क्षेत्र में उत्कृष्ठ कार्य करने के लिए सुश्री जागृति राही वाराणसी से, उदय बिहार से और प्रदीप गर्ग उत्तराखण्ड से, को जनमित्र सम्मान से सम्मानित किया जाएगा.