BeyondHeadlines News Desk
नई दिल्ली : 2014 इलेक्शन अब क़रीब आ रहे हैं. इसी के साथ देश में बेगुनाहों की रिहाई को लेकर आवाज़ें उठनी भी तेज़ हो गई हैं. बेगुनाहों की रिहाई के मुद्दे पर बनी पिपुल्स कैंपने अगेंस्ट पॉलिटिक्स ऑफ टेरर (पीसीपीटी) ने भी आज दिल्ली के साउथ एवेन्यू में राज्यसभा सांसद मो. अदीब के घर पर एक मीटिंग आयोजित की और यह तय किया कि आगामी 15 जून, 2013 को पीसीपीटी अपना पांचवां राष्ट्रीय सम्मेलन महाराष्ट्र के नांदेड़ ज़िला में करने जा रही है. इसके साथ ही पीसीपीटी के युवा नेता आगामी 20 जून से उत्तर प्रदेश के खिलाफ निमेष कमीशन रिपोर्ट को आम करने की मांग को लेकर 20 जून से आमरण अनशन पर बैठने का भी ऐलान किया है.
इस मीटिंग में मुहीम के लीडर राज्यसभा सांसद मुहम्मद अदीब ने कहा कि 3 मार्च की पीसीपीटी लखनऊ रैली में हमने उत्तर प्रदेश सरकार को 3 महीने का वक़्त दिया था, जिसमे बेक़सूर नौजवानों की रिहाई, जस्टिस आर.डी. निमेष कमीशन को जनता में आम करके तारिक कासमी और खालिद मुजाहिद को रिहा करना था. लेकिन प्रदेश की अखिलेश सरकार ने अभी तक किसी की न तो रिहाई की और न ही निमेष रिपोर्ट सरकारी तौर पर पेश किया. अगर निमेष कमीशन को आम करके खालिद व तारिक के केसेज़ के विड्रॉल की बात की जाती तो दो बेक़सूर लड़के छूट सकते थे. लेकिन सच तो यह है कि प्रदेश सरकार इस केस में संलिप्त ऊँचे ओहदे पर बैठे पुलिस अधिकारियो को बचाना चाहती है.
पीसीपीटी के नेता व सीपीआई के राष्ट्रीय सचिव अतुल कुमार अनजान ने बताया कि ‘महाराष्ट्र के पिछले सभी सरकारों में एनसीपी के गृह मंत्री रहे हैं, लेकिन मुस्लिम नौजवानों को फ्रेम करने के मामले में सबसे बुरी हालत इसी महाराष्ट्र की है. इसलिए दिल्ली, हैदराबाद, उत्तर प्रदेश में नाइंसाफी के बैरीकेड को ध्वस्त करने के बाद अब हम नांदेड जाकर प्रदेश सरकार से हिसाब-किताब लेंगे. ग़रीब बेसहारा मुसलमान की मदद के लिए देश की सेकूलर ताक़ते व कई राष्ट्रीय नेता 15 जून को नांदेड पहुंचेंगे.’
इसके बाद उन्होंने मुलायम सिंह की पार्टी की सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि इनकी सरकारें बदचलन हो गई हैं, जिनका कोई दीन-ईमान बाकी नहीं रह गया है. इनके ज़बान का कोई भरोसा नहीं रह गया है. सपा की एक सांसद बम कांड का आरोपी संजय दत्त की सफाई में कहती फिर रही हैं कि उसके दो छोटे-छोटे बच्चे हैं, इसलिए उसे बेल मिलनी चाहिए. मैं उनसे पूछता हूं कि क्या तारिक कासमी व खालिद मुजाहिद का परिवार नहीं है? जबकि निमेष कमीशन ने इन्हें मासूम व बेगुनाह ठहराया है.
पीसीपीटी के नेता अमीक जामेई ने कहा कि उन्हें उम्मीद है नांदेड सम्मलेन के बाद उत्तर प्रदेश के नौजवान लखनऊ में बेगुनाह नौजवानों की रिहाई व इंसाफ के लिए 20 जून से मेरे साथ अनिश्चित कालीन अनशन में हिस्सा लेंगे. इसके साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि इस अनशन के पूर्व अवाम को बेदार करने के लिए मुहीम के नेता उत्तर प्रदेश में पदयात्रा भी करेंगे. जब तक हमारी मांगे नहीं मानी जाएंगी हमारा संघर्ष जारी रहेगा.
इस मीटिंग में मो.अदीब, अतुल कुमार अंजान, अमीक जामेई के साथ-साथ अब्दुल हफीज़ गांधी, पत्रकार अफ़रोज़ आलम साहिल और रागिब आसिम मौजूद थे.