BeyondHeadlines News Desk
लखनऊ : रिहाई मंच के अध्यक्ष मोहम्मद शुऐब ने कहा कि सपा सरकार कांशीराम के नाम वाले सहारनपुर के मेडिकल कॉलेज का नाम बदलकर मौलाना महमूद हसन के नाम पर रखने की चाल चलते हुए दलितों और मुसलमानों को आपस में लड़ाने का षड़यंत्र रच रही है.
उन्होंने कहा कि अगर सरकार मौलाना के नाम पर किसी संस्था का नाम रखना भी चाहती है तो उसे इसके लिए अलग से किसी शिक्षण संस्थान का निमार्ण करना चाहिए जो सरकार के लिए कोई मुश्किल काम नहीं है. उन्होंने मुजफ्फरनगर में हुये मुस्लिम विरोधी जनसंहार के ठीक बाद जमीयत उलेमा हिंद (अरशद गुट) के नेता मौलाना अरशद मदनी के पिता के नाम से हुये नामकरण के वक्त पर भी सवाल उठाते हुये आरोप लगाया कि सरकार इससे मुजफ्फरनगर जनसंहार से नाराज मुसलमानों को साधने की नाकाम कोशिश कर रही है.
उन्होंने कहा कि सपा सरकार द्वारा मुस्लिमों और दलितों को लड़ाने की इस गंदी सियासत का विरोध मौलाना अरशद मदनी को करना चाहिए, क्योंकि इससे मुसलमानों को कुछ नहीं हासिल होगा. उल्टे समाज में नफ़रत की एक और दीवार खड़ी हो जाएगी, जिसकी फिराक में सपा सरकार है.