BeyondHeadlines News Desk
कैम्पेन अगैंस्ट पॉलिटिक्स ऑफ टेरर (Campaign against Politics of Terror) की कोर टीम की बैठक आज सांसद मुहम्मद अदीब के आवास पर आयोजित की गई, जिसमें कमेटी के लीडर सांसद अदीब और अतुल कुमार अनजान और कमेटी के सदस्य अजीत साही , अब्दुल हफीज गांधी , अफ़रोज आलम साहिल, चौधरी जिया और अमीक जामई ने हिस्सा लिया.
कमेटी ने 9 जुलाई को दिल्ली से शुरू हुई आतंकवाद के केसेज़ में बेक़सूर नौजवानों को फंसाएं जाने की साज़िश के खिलाफ कैम्पेन अगैंस्ट पॉलिटिक्स ऑफ टेरर मुहिम का आगाज़ किया था. आज उसी मुहिम को राष्ट्रीय स्तर पर ले जाने के लिए आगे की रणनीति तय करने के लिए रखी गई थी, जिसमें आने वाले नवम्बर के पहले हफ्ते में एक नेशनल काफ्रेंस करना तय पाया गया, जिसमें सेकूलर पार्टियों की भागीदारी के बीच पूरे देश से आतंकवाद के नाम पर गिरफ्तार बेक़सूर नौजवानों के घर वालों को बुलाकर उनके हालात से राष्ट्रीय लीडरों को रु-ब-रू कराया जाया जाएगा.
मुहम्मद अदीब ने कहा की वो बेक़सूर मुसलमानों की रिहाई के लिए अपना सब कुछ कुर्बान करने को तैयार हैं. मैं तब तक चैन से नहीं बैठूंगा जब तक कि बेकसूरों को इन्साफ न मिल जाए . कमेटी के अहम लीडर अतुल कुमार अनजान ने कहा की उन्होंने इसी मसले पर लखनऊ में 19 सितम्बर को हुई काफ्रेंस में समाजवादी पार्टी से कहा मुलायम सिंह ने कलकत्ता काफ्रेंस में बेगुनाह नौजवानों की रिहाई पर जो वादे पेश किए थे उस पर अमल करने के लिए कमेटी उन्हें तीन महीने का वक़्त देती है. अगर समाजवादी पार्टी इस पर अमल नहीं करती है तो तीन महीने बाद उत्तर प्रदेश में जनता जनांदोलन के लिए तैयार रहे. इस सिलसिले मो. अदीब भी अगले दो-तीन दिनों में मुलायम सिंह से मुलाकात करेंगे.
कमेटी के सदस्य अजीत साही और अमीक जामई को मुहीम की रूप रेखा तैयार करने की ज़िम्मेदारी दी गयी, जो 29 सितम्बर को होने वाली अगली कोर कमेटी की मीटिंग में मुहीम का पूरा खाका पेश करेगी और नवम्बर के पहले हफ्ते की काफ्रेंस का एलान होगा. इसके साथ ही कोर कमेटी के लीडर अफरोज़ आलम साहिल और अब्दुल हफीज गांधी को जेएनयू , जामिया और अलीगढ़ और दीगर इलाक़ों में कैम्पेन की ज़िम्मेदारी दी गयी है, जिसमें कमेटी के लीडरान सांसद मुहम्मद अदीब और अतुल कुमार अनजान और अजीत साही शिरकत करेंगे.
कमेटी ने देश की सेकूलर अवाम से अपील कि है कि वो हिम्मत रखे और एटीएस, स्पेशल सेल के ज़ुल्म के खिलाफ़ सड़क पर आने को तैयार रहे. इन ताक़तों को हमें हराना है जो हिन्दू-मुस्लिम एकता और सांप्रदायिक सौहार्द को बिगाड़ कर लोगो में अविश्वास का माहौल बनाना चाहते हैं.