BeyondHeadlines News Desk
लखनऊ : खालिद के न्याय के लिए चल रहे रिहाई मंच के संघर्ष के दो माह पूरे होने पर शिया और सुन्नी समेत मुस्लिम समाज के सभी फिरकों एवं हिंदू भाईयों ने नमाज़-ए-मग़रिब में इंसाफ की दुआ मांगी व इफ्तार किया.
नमाज़ से पहले अखिल भारतीय मुस्लिम समाज के अध्यक्ष एम ए हसीब एडवोकेट ने दुआ मांगते हुए खालिद मुजाहिद के कातिलों को सजा दिलवाने और जो भी बेगुनाह मुसलमान जेलों में बंद हैं, उन तमाम लोगों की रिहाई के लिए अल्लाह से दुआ की.
उन्होंने कहा कि ऐ अल्लाह! ये तेरे भूखे प्यासे रोजेदार बंदे तेरे हुजूर में रहम और इंसाफ की भीख मांग रहे हैं. हमें जालिम हुकूमत के जुल्म से बचा और हम पर अपना रहम फरमा. रिहाई मंच के लोगों का हौसला बढ़ा और इंसाफ की उनकी तहरीक पर अपनी करम फरमा.
मग़रिब की नमाज़ हजरत मौलाना सूफी उबैर्दुरहमान ने पढ़ाई. नमाज़ के बाद उन्होंने खालिद मुजाहिद के कातिलों की गिरफ्तारी और उसमें शामिल पुलिस अधिकारियों और अन्य लोगों को सजा मिलने की दुआ की. उन्होंने गिड़गिड़ाते हुए अल्लाह से यह दुआ की कि ऐ परवर दिगार! हमारे मुल्क में अमन व अमान कायम फरमा और हम सभी धर्मों के मानने वालों में आपसी प्यार और मोहब्बत कायम फरमा दे. जैसे तूने जंग-ए-बदर के मैदान में रोजेदारों की मदद की थी, उसी तरह से रिहाई मंच के लोगों की मदद फरमा और जालिम हुकमरां पर गालिब फरमा.