BeyondHeadlines News Desk
उत्तर प्रदेश के बदायूं जिले में दो दलित वर्ग की मासूम बचिच्यों के साथ बर्बर सामूहिक बलात्कार और हत्या करके पेड़ मे टांग दिये जाने की घटना के बाद देश के तमाम बड़े नेता पीड़ित परिवार को संतावना देने के लिये उनके पास गए. इन्हीं नेताओं में से अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के राष्ट्रीय महासचिव राहुल गांधी भी शामिल हैं.
इस पर दलितों के लिए आन्दोलन कर रही ‘राष्ट्रीय भूमि, श्रम एवं न्याय आन्दोलन’ ने दलित वर्ग की ओर आभार व्यक्त किया है.
इस आन्दोलन से जुड़े अधिकारियों का कहना है कि राहुल गांधी द्वारा दलित वर्ग के प्रति दिखाई गई इस संवेदनशीलता ने कांग्रेस पार्टी और सत्ता के दौर में दलित वर्ग के प्रति दृष्टिकोण के कटु अनुभवों ताज़ा कर दिया है. जिसके चलते मन में अनेक सवाल उठे हैं.
उन्होंने एक पत्र के माध्यम से राहुल गांधी से दस सवालों के जवाब मांगे हैं. और यह भी कहा है कि चाहे आप इनका जवाब दें या न दें, लेकिन इन पर विचार अवश्य करें. यदि आप सकारात्मक तरीके से विचार करेंगे तो इससे दलित वर्ग का भला भले ही न हो लेकिन आपके और कांग्रेस पार्टी के लिये जरुर उपयोगी होगा.
यह रहा राहुल गांधी से पूछे गए दलित वर्ग का ग्यारह सवाल:
सवाल नं 1: क्या कारण है कि भागना (हरियाणा) की चार मासूम बलात्कार बचिच्यां पिछले डेढ़ माह तक संसद के सामने धरना करती रही, लेकिन आपके दिल्ली में रहते हुये भी आप उनसे मिलने का समय नहीं निकल सके?
सवाल नं 2: क्या कारण है कि हरियाणा में आपकी पार्टी की सरकार होने के बावजूद आप चुप्पी बनाये रहे ? क्या आप उत्तरप्रदेश की ही हरियाणा की सरकार को कटघरे में खड़ा करेंगे?
सवाल नं 3: क्या कारण है कि बदायूं का टूर करके आने के बाद अभी तक आपकी पार्टी की तरफ से कोई बड़ी पहलकदमी नहीं ली गई ?
सवाल नं 4: क्या कारण है कि हरियाणा में लगातार दलितों के ऊपर अत्याचार और उत्पीड़न होने के बावजूद आपने हरियाणा के मुख्यमंत्री भूपेन्द्र सिंह हुड्डा के खिलाफ कोई कार्यवाही नहीं की ?
सवाल नं 5: क्या कारण है कि कांग्रेस शासित प्रदेशों में हो रही दलितों के साथ अत्याचार उत्पीड़न की घटनाओं पर आप चुप्पी रखते हैं ?
सवाल नं 6: क्या कारण है कि हरियाणा में खाप पंचायत को समर्थन देने वाले कांग्रेस के नेताओं के खिलाफ आपने कभी कोई कार्यवाही नहीं की है ?
सवाल नं 7: क्या कारण है कि आपकी पार्टी के पास भारी भरकम “अनुसूचित जाति विभाग” होने के बावजूद आज तक इस विभाग के द्वारा दलित उत्पीडन और अत्याचार के मुद्दे पर कोई महत्वपूर्ण पहलकदमी नहीं ली गई ?
सवाल नं 8: क्या कारण है कि आपके “अनुसूचित जाति विभाग” के पदाधिकारी तक दक्षिण भारतीय हैं? क्या कांग्रेस पार्टी के पास उत्तर भारत की जिम्मेदारी देखने के लिये कोई उत्तर भारत या उत्तर प्रदेश के दलित मुद्दों को समझाने वाले कर्मठ दलित नेता नहीं हैं?
सवाल नं 9: क्या कारण है कि आपने पुरे दलित वर्ग को अपने “अनुसूचित जाति विभाग” तक सीमित करके उनको पूरी पार्टी के अन्दर प्रतिबंधित कर दिया है ?
सवाल नं 10: क्या कारण है कि दस वर्षो तक केंद्र में सरकार चलने के बावजूद आपको अनुसूचित जाति /जन जाति (अत्याचार निवारण) कानून 1989 के संशोधन का अध्यादेश अपनी ही पार्टी के दलित विरोधी नेताओं के चलते लाना पड़ा ?
सवाल नं 11: क्या कारण है कि जहाँ आंध्र प्रदेश में आपकी पार्टी की सरकार ने SCP/TSP मद की राशि के सही उपयोग व दलितों को उसका लाभ सुनिश्चित करने हेतु कानून विधानसभा में पास करा दिया. वहीं आप केंद्र में अपनी सरकार के आखिरी दिन तक वादा करने के बावजूद पास नहीं करा सके ?