BeyondHeadlines News Desk
लखनऊ : रिहाई मंच ने ग्राम नवावां, मोहनगंज अमेठी की नाबालिग बच्ची के अपहरण और उसके साथ सामूहिक बलात्कार में शामिल कथित संत मौनी बाबा और अन्य बलात्कारियों की गिरफ्तारी की मांग करते हुए पूरे मामले की सीबीआई जांच कराने की मांग की है.
रिहाई मंच के अध्यक्ष मोहम्मद शुऐब ने कहा कि जिस तरह नाबालिग बच्ची के साथ 21 जुलाई 2014 से 27 जुलाई 2014 तक अमेठी के मौनी बाबा के आश्रम में लगातार कथित बाबा समेत अन्य अपराधी तत्वों द्वारा बलात्कार किया गया और जिस तरीके से आश्रम से बच्ची के बरामद होने के बावजूद एसपी अमेठी, सीओ गौरीगंज, एसओ गौरीगंज, एसओ मोहनगंज विद्यासागर समेत पूरा प्रशासन मौनी बाबा और उसके पूरे आपराधिक आश्रम तंत्र को बचाने में लगा है, वह साबित करता है कि प्रदेश सरकार बलात्कारियों के हौसले बुलंद करने में लगी हुई है.
उन्होंने बताया कि जिस तरीके से इस मामले में पीडि़ता की जांच करने वाले डॉक्टर ने बिना जांच किए ही उसे भगा दिया और धमकी दी कि अपने बयान में वह मौनी बाबा का नाम न ले, उससे साबित होता है कि पीडि़ता के मेडिकल परीक्षण के नाम पर पूरे मामले को खत्म करने की कोशिश की गई, ऐसे में डॉक्टर को भी निलंबित कर जांच के दायरे में लाया जाए.
मोहम्मद शुऐब ने कहा कि जिस तरह पीडि़ता द्वारा मौनी बाबा द्वारा बलात्कार करने की बात कहने पर जज ने भी लड़की को मौनी का नाम न लेने की धमकी देते हुए भगा दिया, उससे पूरे न्याय व्यवस्था पर सवाल उठ जाता है कि एक तरफ देश में बलात्कार पीडि़ताओं के इंसाफ के लिए निर्भया कांड के बाद कानून को और सख्त बनाया जाता है, तो वहीं मौनी बाबा द्वारा बलात्कार किए जाने के मामले में जज बलात्कारियों के साथ खड़े दिखते हैं.
नागरिक परिषद के नेता राम कृष्ण और हरेराम मिश्र ने बलात्कारियों मौनी बाबा, नवावां गांव के प्रधान राजू मिश्रा पुत्र विनोद मिश्रा, विजय कुमार मिश्रा उर्फ मुन्ना पुत्र सुखदेव मिश्रा, दीपक शुक्ला उर्फ दीपू पुत्र अशोक शुक्ला, अंकित शुक्ला उर्फ अप्पू पुत्र अशोक शुक्ला, रामू पुत्र रामपाल, अरविंद कुमार मिश्रा उर्फ लालजी पुत्र सुखदेव मिश्रा की तत्काल गिरफ्तारी की मांग करते हुए कहा कि जिस तरह एसपी अमेठी ने पीडि़ता को मौनी बाबा का नाम न लेने की धमकी दी और कहा कि मौनी बाबा का कोई कुछ नहीं बिगाड़ सकता है, उससे साबित हो जाता है कि आश्रम में व्याप्त दुष्कर्म तंत्र में एसपी भी शामिल हैं.
उन्होंने तत्काल एसपी को निलंबित करने व जांच के दायरे मे लाने की मांग की. आगे उन्होंने कहा कि मौनी बाबा ने हिंदू धर्म को कलंकित किया है, उससे ज़रुरी हो जाता है कि धर्म में लोगों की आस्था को बचाए रखने के लिए इस बलात्कार आरोपी मौनी बाबा को आशाराम की तरह जेल भेजा जाए और उसके आश्रम पर दबिस दी जाए कि वहां किस-किस तरह के आपराधिक कृत्य हो रहे हैं.
