BeyondHeadlines News Desk
नई दिल्ली : दिल्ली विश्वविद्यालय के यूथ ग्रुप वी आर वन फ़ाउंडेशन की 22 अक्टूबर से शुरु हुई ‘खुशियों वाली दिवाली’ कैंपेन के तहत गरीब व बेघर लोगों के साथ 5 राज्यों में एक साथ दिवाली मनाई गई.
अपने आप में अनोखे इस दिवाली के जश्न में देश भर के लोग शामिल हुए और गरीब-बेसहारा लोगों के साथ अपनी दिवाली की खुशियां बांटी. खुशियों वाली दिवाली के जश्न में लोग उन सभी सामानों के साथ पहुंचे जो सोशल मीडिया पर लोगों से अंधेरे में जिंदगी गुज़ार रहे लोगों के लिए अपील की गई थीं. जश्न में शामिल हुए लोगों ने खुले आसमान के नीचे गुजर बसर कर रहे लोगों और उनके बच्चों के साथ मिठाई, खिलौने, नए कपड़े व शिक्षा सामाग्री बांटी और उनके चेहरों पर मुस्कान लाने की सफल कोशिश की.
खुशियों वाली दिवाली के पीछे की सोच।
‘खुशियों वाली दिवाली’ कैंपेन के पीछे की सोच के बारे में यूथ ग्रुप वी आर वन फाउंडेशन के फाउंडर रहीसुद्दीन रिहान ने बताया कि वह साल 2016 में दोस्तों के साथ दिवाली मनाकर घर लौट रहे थे. तब दिवाली की रात सड़क किनारे बने घरों में अंधेरा दिखा था. तब दोस्तों के साथ फ़ैसला किया कि इनके लिए कुछ किया जाए और 2017 में तीन दोस्तों इरशाद अली, मनीष शर्मा और दीपशिखा के साथ मिलकर पहली बार खुशियों वाली दिवाली को लेकर फेसबुक पर लिखा था और दिवाली की रात दिल्ली की एक स्लम बस्ती में जाकर खुशियों वाली दिवाली मनाई थी. तब देश भर से 14 हज़ार लोगों ने कैंपेन को समर्थन किया और अन्य राज्यों से 15 लोगों ने दिल्ली आकर उनके साथ दिवाली मनाई थी.
दिल्ली में जश्न में शामिल लोग
दिल्ली में ‘खुशियों वाली दिवाली’ कार्यक्रम का संचालन कर रहे इरशाद अली और सायरा कहते हैं कि जब 2017 में पहली बार दिवाली मनाई गई तो उन्हें उम्मीद नहीं थी. लोग हमें समर्थन करेंगे, लेकिन आज अच्छा लगता है कि दिवाली के मौक़े पर लोग अपने घरों से निकलकर गरीब बस्तियों में पहुंच रहे हैं और उनके साथ अपनी दिवाली की खुशियां साझा कर रहे हैं.
इरशाद अली आगे बताते हैं कि इस बार दिल्ली में उन्हें 150 से ज़्यादा लोगों ने ज्वाइन किया है, जिनमें दिल्ली विश्वविद्यालय, जामिया मिल्लिया इस्लामिया, एमेटी यूनिवर्सिटी, चौधरी चरण सिंह यूनिवर्सिटी समेत दिल्ली-एनसीआर से वर्किंग प्रोफेशनल शामिल हैं. सभी ने मिलकर 250 परिवारों के साथ अपनी दिवाली मनाई है.
सोशल मीडिया ने कैंपेन को पहुंचाया पूरे देश में
खुशियों वाली दिवाली कैंपेन का सोशल मीडिया मैनेज कर रहे मनीष शर्मा बताते हैं कि पिछले साल कैंपेन को देशभर से प्यार और समर्थन मिलने के बाद सोचा था कि इस बार खुशियों वाली दिवाली का संदेश ज़्यादा से ज़्यादा लोगों के बीच पहुंचाया जाए और लोग अपने घरों के साथ आस-पास रह रहे लोगों के साथ भी दिवाली मनाएं. इन्हीं सबको सोचकर लोगों को जागरूक करने के लिए कुछ विडियो बनाए गए थे. बच्चों से बातचीत कर उनकी विश लिस्ट को भी विडियो फॉर्मेट में बनाया गया था ताकि बच्चों की बात लोगों तक सीधा पहुंच सके.
मनीष आगे बताते हैं कि कैंपेन में इस बार भी 10 हज़ार से ज्यादा लोगों ने हिस्सा लिया है और सभी ने 5 राज्यों के अंदर खुशियों वाली दिवाली के अंदाज़ में अपनी दिवाली सेलिब्रेट की है.
5 राज्यों में यहां-यहां पर मनी दिवाली
1. दिल्ली — यमुना नदी बस्ती, लोहे वाला पुल, नियर शास्त्री पार्क मेट्रो स्टेशन, दिल्ली
यहां वी आर वन फाउंडेशन के साथ डीयू, जामिया, एमेटी और सीसीएस यूनिवर्सिटी के छात्रों के अलावा दिल्ली-एनसीआर से पहुंचे 150 लोगों ने 250 परिवारों के साथ खुशियों वाली दिवाली मनाई.
2. झारखंड — गांव- चौधरी डी, पोस्ट बुढ़ई, थाना देवीपुर, जिला देवघर (झारखंड)
यहां सामाजिक कार्यकर्ता दिवाकर कुमार झा के साथ ज़िला देवघर के अन्य हिस्सों से पहुंचे 80 लोगों ने 100 परिवारों के साथ दिवाली मनाई.
3. उत्तर-प्रदेश — गांव व पोस्ट- हुसैन गंज, ज़िला फतेहपुर, (यूपी)
यहां राम नारायण सेवा संस्थान और यूपी पुलिस के जवानों सहित आस-पास से पहुंचे 50 लोगों ने 80 परिवारों के साथ दिवाली मनाई.
4. मध्य प्रदेश — आलमपुर, ज़िला हरदा, मध्य प्रदेश.
यहां अंतर्राष्ट्रीय कराटे स्वर्ण पदक विजेता मना मंडेलकर और उनके कोच रितेश तिवारी और उनके 80 लोगों की टीम ने 120 परिवारों के साथ दिवाली मनाई.
5. हिमाचल-प्रदेश — गांव व तहसील रोहडू, ज़िला शिमला, हिमाचल प्रदेश
यहां एकल विद्यालय फ़ाउंडेशन के तहत 200 लोग समारोह में शामिल हुए और 150 परिवारों के साथ खुशियों वाली दिवाली मनाई गई.